हालांकि ऐसा होना न मुनकिन लगता है, क्योंकि कि आप सोच रहे होंगे कि कोई कंपनी खाली बैठने के इतने पैसे क्यों देगी। लेकिन आपको बता दें ये कोई मजाक नही हकीकत है ।
रुस की एक नामी कंपनी MZ5 ने कुछ वक्त पहले सोफा टेस्टर की वैकेंनशी निकाली थी।
दरअसल MZ5 ग्रुप रुस की एक नामी फर्नीचर कंपनी है, जो बेहतरीन तरह के सोफे, बेड, अलमारी आदि जैसे फर्नीचर तैयार करती है। कंपनी के प्रोडक्ट लैब में टेस्ट होते हैं। लेकिन कंपनी चाहती थी कि कोई खुद दिनभर बैठकर इन सोफो की टेस्टिंग करें ताकि उन्हें पता चल सके कि ये सोफे ग्राहकों के लिए आरामदायक है या नहीं । जिस वजह से कंपनी ने पिछले महीने फुल टाइम सोफा टेस्टर के पद के लिए आवेदन बुलाए थे।
जिसके जरिए रुस की ही रहने वाली ऐनन चेरदांत्सेवा को इस पोस्ट के लिए चुना गया ।
सोफा टेस्टर ऐनन को केवल दिनभर अलग – अलग सोफो पर बैठकर सोफे आरामदायक है या नहीं इसकी जांच करनी होती है। और कंपनी को बताना होता। जिसके हिसाब से कंपनी कमी होने पर इन सोफो में बदलाव करती है। ऐनन चेरदांत्सेवा को इसके लिए 65 हजार रुपये महीने की सैलरी मिलती है। सोफा टेस्टर ऐनन चेरदांत्सेवा अभी सिर्फ 26 साल की है। ऐनन को तीन महीने तक 65 हजार रुपये सैलरी मिलेगी। उसके बाद उनके काम के अनुसार उनकी सैलरी में इजाफा होगा।
लेकिन मानना पङेगा कि सोफा टेस्टर ऐनन चेरदांत्सेवा काफी लकी हैं जिन्हें इस तरह की आरामदायक जाॅब के 65 हजार रुपये माह सैलरी मिल रही है। वैसे दुनिया में ऐसी बहुत सी अजबो गरीब नौकरियों है। जिनके लिए लोगों को लाखों रुपये मिलते है। लेकिन वो जाॅब्स हर किसी को मिले ऐसा होना मुनकिन नही है। इसलिए जो भी काम करें उसे लगन के साथ करें यही कामयाबी का मंत्र है।