हम यहां किसी काले-जादू या किसी टोटके-वोटके की बात नहीं कर रहे हैं और न ही कोई अधंविश्वास फैला रहे हैं। लेकिन हम जिस महिला के बार में बताने जा रहे हैं वो भी कमाल की हैं। अब भई जो महिला मरे हुए लोगों को जिंदा कर दे उसके बारे में आप क्या कहेंगे। दरअसल जापान के दक्षिणी नागोरो गांव की रहने वाली ‘अयोनो तुसकिमी’ नाम की महिला गांव के मरे हुए इंसानों की डॉल बना फिर से ज़िंदा कर देती है।
अयोनो की उम्र 67 साल है। अब आप ये सोच रहे होंगे कि किसी मरे हुए इंसान को कोई डॉल बना कर कैसे ज़िंदा कर सकता है। ये तो किसी काले जादू से ही संभव हो पाता होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। आइए बताते हैं कि आखिर करती क्या हैं अयोनो।
दरअसल यह महिला भूत-प्रेत या काला जादू जैसा कुछ भी नहीं करती है। इनको कपड़ो से डॉल बनाने का शौक है। पिछले 14 साल से अयोनो डॉल बना रही हैं। अयोनो अपने गांव के हर मरे हुए शख्स के मरने के बाद ठीक उसी के जैसा लाइफ़ साइज़ डॉल बनाती हैं।
और उनके डॉल इतने ज्यादा रियलस्टिक होते हैं कि लोगों को लगता है कि वह मर कर फिर से ज़िंदा हो उठे हैं।
क्यों, है न कमाल की बात? अरे ये तो कुछ भी नहीं सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि यह डॉल वह किसी मॉर्डन तरीके और तकनीकी चीज़ों का इस्तेमाल कर नहीं बनाती बल्कि पुराने तरीके से कपड़ों की डॉल बनाती हैं।
आपको बता दें अयोनो आज तक तकरीबन 350 से भी ज्यादा डॉल बना चुकी हैं और उनके गांव की अबादी लगभग 300 है, अब आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि अयोनो को ये काम करने में कितना मज़ा आता होगा कि वो लोगों के जाने के बाद भी उनकी एक छवी को लोगों के बीच जिंदा रखे हुए है।
अयोनो इन डॉल्स को बनाकर गांव की उस जगह पर रखती हैं जहां उन्हें लगता है कि यह जगह उस शख्स के लिए सही है, या फिर उस जगह पर जो उस शख्स की सबसे खास जगहों में से एक थी।
आइए आपको बताते हैं कि अयोनो का क्या कहना है, अयोनो का कहना है कि उन्हें डॉल बनाना काफी अच्छा लगता है। उन्हें डॉल का फेस और लिप्स बनाने में काफी दिक्कतें आती हैं, क्योंकि कपड़े से फेस बनाना आसाना नहीं है।
अयोनो और उनके इस डॉल वाले गांव पर कई शॉर्ट फिल्में भी बन चुकी हैं।