मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश से निजामुद्दीन मरकज में गए सभी तब्लीगी जमातियों और विदेश से आकर मस्जिदों में छिपे हुए व्यक्तियों की पहचान कर सब को प्रशासन ने क्वारंटाइन कर दिया है। इसके बाद भी अगर कोई कहीं छिपा हुआ है तो मेरा उनसे आग्रह है कि अगले 24 घंटे के भीतर वे स्वयं प्रशासन को इसकी जानकारी दे दें। ऐसा नहीं करने पर देश और प्रदेश की सुरक्षा संकट में डालने के आरोप में उन पर प्रशासन द्वारा आपराधिक प्रकरण दर्जकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि राज्य में कई जगह सिर्फ तब्लीगी जमातियों के कारण कोरोना वायरस फैला है।उन्होंने कहा कि अब भी कुछ तब्लीगी जमाती इधर-उधर छिपे हुए हैं। उनकी तलाश की जा रही है। शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा।
‘कोरोना वायरस संक्रमण का कारण तब्लीगी जमाती’
शिवराज सिंह ने बताया कि अनेक स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों में कोरोना वायरस संक्रमण का एकमात्र कारण बिना सूचना दिए पहुंचे तब्लीगी जमाती हैं। उन्हें ढूंढने में पुलिस को परिश्रम करना पड़ा और अब भी अनेक लोगों को ढूंढा जा रहा है। उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने में परिश्रम करने वाले कई पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। जांच एवं इलाज में लगे अनेक स्वास्थ्यकर्मी भी उनके कारण संक्रमित हुए हैं। अब भी कुछ तब्लीगी जमाती इधर-उधर छिपे हुए हैं। उनकी तलाश की जा रही है। शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा।
मध्य प्रदेश में लॉकडाउन पर अभी फैसला नहीं
शिवराज सिंह चौहान ने साफ किया कि केंद्र सरकार ने परिस्थितियों को देखते हुए संकेत दिए थे, लेकिन मध्य प्रदेश में लॉकडाउन खत्म करने का अभी फैसला नहीं हुआ है। इस संबंध में अधिकारियों एवं समाज के विभिन्न वर्गो की राय ले रहे हैं। कुछ दिन में जैसी स्थिति रहेगी, उसके अनुसार फैसला करेंगे। इंदौर और भोपाल की जो स्थिति लग रही है, उसे देखते हुए लॉकडाउन यकायक हटाना मुश्किल लग रहा है। यदि एकदम लॉकडाउन खोला गया तो कोरोना का खतरा और बढ़ सकता है, तब उसे नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा। हमारे लिए सबसे जरूरी लोगों की जान बचाना है।