पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ जारी गतिरोध के मसले पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने शनिवार को जोधपुर एसरबेस से बड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि एलएसी पर यदि उन्होंने यदि कोई भी उकसावे वाली कार्रवाई की तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे।
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भारतीय वायुसेना दुश्मन को उसकी हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देगी। राफेल लड़ाकू विमानों की आगे भी खरीद होगी या नहीं इस मसले पर भी वायुसेना प्रमुख ने बड़ा संकेत दिया। उन्होंने कहा कि 114 मल्टीरोल लड़ाकू विमानों की खरीद की हमारी परियोजना का राफेल एक गंभीर दावेदार है।
भारत वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने आगे कहा कि हमने उन्नत मल्टीरोल लड़ाकू विमानों की परियोजना के तहत DRDO के साथ पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के निर्माण के कार्यक्रम की शुरुआत की है। हम इसमें छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की क्षमताओं को भी जोड़ना चाहते हैं। हालांकि पहले हमारा फोकस पांचवीं पीढ़ी के उन्नत लड़ाकू विमानों पर ही है।
वहीं भारत में फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा कि भारत और फ्रांस हर वक्त एक दूसरे के साथ रहे हैं। भारत ने जब पोखरण में परमाणु परीक्षण करने का फैसला किया था तब फ्रांस ही वह मुल्क था जिसने भारतीय सामरिक स्वायत्तता को समझने की हिमायत की थी।