श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के शोपियां में शुक्रवार की सुबह सुरक्षाबलों व आतंकवादियों के बीच शुरू हुआ एनकाउंटर अब भी जारी है. जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, एक अज्ञात आतंकी मारा गया है, किन्तु आपरेशन भी जारी है. बता दें कि सेना की सख्ती से बौखलाए आतंकी नागरिक ठिकानों के साथ ही सेना के लोगों को भी टारगेट करते हुए हमला कर रहे हैं.
पाकिस्तानी फ़ौज, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI, आतंकी संगठन लश्कर ए तोइबा कश्मीर में जिहाद के नाम पर आतंक फैलाने की साजिश रच रहे हैं. आतंकी संगठन मजबूर गरीब तबके के युवाओं का ब्रेनवाश कर उनकी मजबूरी का नाज़ायज़ फायदा उठाते हैं. यह खुलासा उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले बारामुला के उरी सेक्टर में कुछ दिन पहले गिरफ्तार किए गए लश्कर के पाकिस्तानी आतंकी बाबर ने किया है. बाबर ने पूछताछ में बताया कि वह दीपालपुर का निवासी है. उसके परिवार में विधवा मां और एक गोद ली हुई बहन है. परिवार निम्न वर्ग से संबंध रखता है, जो बमुश्किल अपने दोनों समय की रोटी को पूरा कर पाता है.
गरीबी से बचने के लिए बाबर ने सातवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी. बाबर की ISI और लश्कर के लिए काम करने वाले एक लड़के से सियालकोट की एक फैक्ट्री में मुलाकात हुई थी. उक्त लड़के ने बाबर को बताया कि यतीम जरूरतमंदों लड़कों को ही लश्कर में भर्ती किया जाता है. बाबर के अनुसार, उसके पिता का इंतकाल हो चुका था. घर में कमाने वाला अकेला था. इसलिए पैसों के लिए कश्मीर में जिहाद के लिए राजी हो गया था.