16 दिसंबर की बरसी पर जहां लोगों की आंखें नम थी वहीं, 16 दिसंबर की काली रात कई शहरों में वापस आई। झारखंड और दिल्ली में हैवानियत की हद पार हुई और दो युवतियों से रेप की वारदात सामने आई।
रांची में बीटेक की छात्रा से रेप का प्रयास हुआ, विरोध करने पर उसका गला दबा दिया गया और फिर उसके शव को जिंदा जला दिया। शुक्रवार सुबह पुलिस को छात्रा का शव उसके कमरे से मिला। मामले की जांच करने पुलिस अधिकारियों की टीम बूटी बस्ती पहुंची जहां घटनास्थल का जायजा लिया गया। टीम में ए डी जे, सीआईडी, आईजी सीआईडी , डीआईजी रांची , रांची एसएसपी पहुंचे। पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है। पीड़ित का अंतिम संस्कार आज राहे ओपी थाना छेत्र के पोरगा गांव में किया गया, अंतिम यात्रा में परिवार के सदस्यों के साथ बड़ी संख्या में पीड़िता के कॉलेज के छात्र और समाज के विभिन्न वर्ग के लोग शामिल रहे।
दिल्ली की निर्भया के साथ गैंगरेप कर उसे सड़क पर फेंक दिया गया था और झारखंड की इस छात्रा का शव जला दिया गया। फर्क बस इतना है। छात्रा बरकाकाना स्थित सीएमपीडीआइ कॉलोनी की रहनेवाली थी। रांची में बूटी बस्ती में अपनी बड़ी बहन के साथ रहती थी और आरटीसी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक कर रही थी।
पुलिस से शुक्रवार से मामले की जांच शुरू कर दी है। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से खून के नमूने, छात्रा के कपड़ा, नाखून और अन्य सामान जब्त किये हैं. छात्रा के गले पर तार से दबाये जाने के निशान हैं। उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। शरीर के निचले हिस्से में जख्म के निशान भी थे। छात्रा अपना रिजल्ट लेने उस दिन कॉलेज गई थी।
पिता ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 6.30 बजे उसकी बेटी ने मोबाइल रिचार्ज कराने के लिए फोन किया था। शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे बड़ी बहन ने उसे फोन किया। पर उसने फोन नहीं उठाया। किसी अनहोनी की आशंका पर उसने बूटी बस्ती स्थित आवास में रहनेवाले अपने पूर्व किरायेदार अनिल की पत्नी को फोन किया। जब अनिल की पत्नी छात्रा के कमरे में गई, तो उसे मृत पाया।
इसकी सूचना उसकी बहन को दी। सूचना मिलने पर पिता व मां सहित अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने के बाद सिटी एसपी कौशल किशोर, सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव और सदर थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे।
घटना की सूचना मिलने के बाद छात्रा के साथ पढ़नेवाले दूसरे विद्यार्थी और कॉलेज के अन्य छात्र उसके घर पहुंचे. सड़क पर निकल कर बूटी बस्ती में रहनेवालों के खिलाफ नारेबाजी करने लगी. इस पर स्थानीय महिलाओं ने इसका विरोध किया और आरोप लगाया कि घटना में कॉलेज के ही किसी छात्र का हाथ होगा। पोस्टमार्टम के दौरान मेडिकल जांच में रेप की बात सामने आई है। हालांकि किसी चिकित्सक या पुलिस अधिकारी ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। रेप में एक या अधिक आरोपी शामिल थे इसकी पुष्टि भी अभी नहीं हुई है।
चार बहनों में सबसे छोटी और लाडली थी निर्भया। हमेशा हंसती रहती थी। काफी अच्छी थी पढ़ाई में। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।