भारत और न्यूजीलैंड के बीच टी-20 का पहला मैच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में 1 नवंबर यानी बुधवार को खेला जाएगा। इस मैच के बाद टीम इंडिया के दिग्गज तेज गेंदबाज आशीष नेहरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सारे प्रारूपों से संन्यास ले लेंगे। संन्यास लेने से एक दिन पहले उन्होंने अपने यादों के पिटारे खोले। आइये जानते हैं कि उन्होंने क्या कहाः-
इस दौरान उन्होंने कहा, ‘क्रिकेट करियर में मेरा 20 साल काफी रोमांच से भरपूर रहा। मैं बहुत जज्बाती नहीं हूं। अगले 20 साल का मुझे इंतजार है। उम्मीद है कि यह भी उतने ही रोमांचक होंगे, जितने पिछले 20 साल रहे हैं, जब मैने 1997 में दिल्ली के लिए खेलना शुरू किया था।’
वर्तमान कोच रवि शास्त्री की तारीफ करते हुए नेहरा ने कहा कि शास्त्री हमेशा खिलाड़ियों के खराब दौर में साथ खड़े होते हैं। वहीं टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान विराट के बारे में कहा, ‘वो ऐसे मुकाम पर हैं कि उन्हें ज्ञान नहीं सहयोग की जरूरत है, जो कोच उन्हें दे रहे हैं। रवि के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यदि कोई खिलाड़ी खराब दौर से जूझ रहा है तो वह उसके साथ खड़े होते हैं।’
उन्होंने विराट के साथ-साथ अजय जडेजा और महेंद्र सिंह की भी तारीफ की। उन्होंने कहा,‘मेरी नजर में अजय जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट की समझ के मामले में सबसे जीनियस हैं। इसके अलावा उन्होंने गैरी क्रिस्टन को बेहतरीन कोच बताया। उन्होंने कहा कि क्रिस्टन धोनी के साथ मैदान पर रणनीति को लेकर बात करते थे। मगर धोनी के काम में कभी दखल नहीं देते थे।
बता दें कि 20 साल के करियर में तीनों फॉर्मेट में 163 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके नेहरा की इनर्जी में अभी तक कोई कमी नहीं दिखी है। जबकि पूरे करियर में उनका 12 बार ऑपरेशन हुआ है। हालांकि नेहरा से जब इस बारे में पूछा गया कि क्या वह भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच बनना चाहेंगे, तो उन्होंने कहा कि अभी ऐसा कोई इरादा नहीं है। हां, कोचिंग और कमेंट्री करना चाहूंगा लेकिन टीम इंडिया की बात कर रहे हैं तो 2019 वर्ल्ड कप तक ऐसा कोई इरादा नहीं है।’
बता दें कि नेहरा ने 1999 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच में डेव्यू किया था। उन्होंने कुल 17 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें 44 विकेट लिए हैं। वहीं, उन्होंने 2001 में वन-डे मैच में डेब्यू किया था। उन्होंने इस फार्मेट में कुल 120 मैच में 5751 रन देकर 157 विकेट अपने नाम किए हैं। जबकि टी-20 में 26 मैच में 729 रन देकर 34 विकेट उनके नाम हैं। मालूम हो कि नेहरा ने अपना अंतिम टेस्ट 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ और अंतिम वन-डे भी पाकिस्तान के खिलाफ 2011 में खेला था।