नई दिल्ली, भारत और श्रीलंका के बीच अब से कुछ देर में कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जाना है। इस मुकाबले को जीतकर जहां भारतीय टीम के पास सीरीज जीतने का मौका है, जबकि श्रीलंका के पास मैच जीतकर सीरीज में वापसी करने का मौका है। पहले मैच में भारत ने सात विकेट से शानदार जीत दर्ज की थी। ऐसे में श्रीलंकाई टीम बदला लेना चाहेगी।
भारत के पास सीरीज में 1-0 की बढ़त तो है ही साथ ही साथ मनोवैज्ञानिक बढ़त भी है, क्योंकि श्रीलंका की टीम दोहरे दबाव में है। श्रीलंका की टीम को पिछली कुछ सीरीजों में लगातार हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा भारत के खिलाफ भी टीम का प्रदर्शन पहले मैच में ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। ऐसे में इस दोहरे दबाव से उबरना श्रीलंका की टीम के लिए काफी कठिन होगा, जिसका फायदा शिखर धवन की कप्तानी वाली भारतीय टीम उठाना चाहेगी।
भारतीय टीम को अपनी सबसे बड़ी कमजोरी की ओर ध्यान देना होगा। वर्ल्ड कप 2019 के बाद भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी ये रही है कि टीम पावरप्ले में विकेट नहीं निकाल पा रही है। वर्ल्ड कप 2019 के बाद से अब तक भारतीय टीम ने कुल 19 ODI मैच खेले हैं, लेकिन सिर्फ 9 मैचों में भारत को पावरप्ले में विकेट मिला है। इस दौरान भारत का बॉलिंग एवरेज 126 और इकॉनमी रेट 5.97 का रहा है, जो 12 टेस्ट खेलने वाले देशों में सबसे घटिया है।
भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन
पृथ्वी शॉ, शिखर धवन (कप्तान), इशान किशन (विकेटकीपर), मनीष पांडे, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर, कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल।
श्रीलंका की संभावित प्लेइंग इलेवन
अविष्का फर्नांडो, बिनोद भानुका (विकेटकीपर), भानुका राजपक्षे, धनंजय डिसिल्वा, चरित असलंका, दसुन शनाका (कप्तान), वनिंदु हसरंगा, चमीका करुणारत्ने, इसुरु उडाना, दुशमांथा चमीरा और लक्षण संदाकन।