हरियाणा सरकार ने बीपीएल श्रेणी में गलत तरीके से शामिल हुए परिवारों को 20 अप्रैल तक नाम कटवाने का समय दिया था, लेकिन सरकार की चेतावनी के बाद भी प्रदेश में गरीब परिवारों की संख्या में इजाफा हो गया। प्रदेश में 1 महीने में 54 हजार से अधिक नए गरीब परिवार बीपीएल की श्रेणी में शामिल हो गए है। जबकि अप्रैल में सरकार ने प्रदेश के 1609 परिवारों के राशन कार्ड काटे भी थे।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के आंकड़ों की मानें तो प्रदेश में 54 हजार 360 नए गरीब परिवार शामिल हो गए हैं, जिनको मई में राशन वितरित किया जाएगा। विभाग ने अपनी सूची में इन परिवारों को शामिल कर लिया है। अप्रैल के मुकाबले मई में प्रदेश में राशन कार्डों की संख्या में इजाफा हुआ है। प्रदेश में गरीब परिवारों की कुल संख्या बढ़कर 52 लाख 50 हजार 740 हो गई है जबकि अप्रैल में गरीब परिवारों की संख्या 51 लाख 96 हजार 380 थी।
परिवार पहचान पत्र के स्टेट कोआडिनेटर डॉ. सतीश खोला ने बताया कि जिन लोगों की आय एक लाख 80 हजार से कम होती है, उनके आॅटोमेटिक बीपीएल कार्ड पीपीपी के जरिए बन जाते हैं। मई में 54 हजार से अधिक परिवार गरीबी रेखा की श्रेणी में आए हैं। यह देखा जाएगा कि आखिर किस आधार पर यह बीपीएल श्रेणी में आए हैं। अप्रैल में 1600 के करीबन बीपीएल कार्ड काटे भी गए थे।
आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 54 हजार 360 नए परिवार गरीब हो गए हैं जिन्हें जोड़ा गया है। अप्रैल के मुकाबले मई में एएवाई और एसबीपीएल परिवारों की संख्या बढ़कर 52 लाख 50 हजार 740 हो गई है। इन राशन कार्ड यूनिट यानी सदस्यों की संख्या एक करोड़ 99 लाख 36 हजार 943 हो गई है जबकि अप्रैल में सदस्यों की संख्या एक करोड़ 97 लाख 20 हजार 71 थी।
खाद्य आपूर्ति विभाग की वेबसाइट पर जारी किए गए आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा गरीब फरीदाबाद में बढ़े हैं, जिनकी संख्या 10 हजार 752 है जबकि सबसे कम गरीब चरखी दादरी में 808 बढ़े हैं। यदि दूसरे जिलों की बात करें तो हर जिले में एक हजार से ज्यादा परिवार गरीब हुए हैं।