मालिक कार से उतरकर कार्यालय में जा चुका था। बदमाशों ने फोन कर कहा कि अभी तो ट्रेलर है, रुपये नहीं दिए तो पूरी फिल्म दिखा देंगे। वारदात में गोल्डी बराड़ के भाई का नाम सामने आया है। कॉल कर एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी।
हरियाणा के करनाल शहर में पुराने बस स्टैंड के पीछे बने इमिग्रेशन सेंटर के मालिक की कार पर बाइक सवार बदमाशों ने गोलियों चला दीं। गनीमत रही कि उस दौरान काले रंग की वरना कार में कोई नहीं था। इसके बाद बाइकों पर सवार बदमाश फरार हो गए। वारदात के बाद बदमाशों ने फोन कर कहा, अभी तो यह ट्रेलर है, रुपये नहीं दिए तो पूरी फिल्म दिखा देंगे।
कार पर गोली चलने के बाद आस पास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद सीआईए की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। गोली चलाने के पीछे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के भाई का नाम सामने आ रहा है। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
जाणी गांव निवासी अमनदीप ने बताया कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। उसके पास करीब तीन महीने में दो बार विदेशी नंबर से कॉल आ चुकी है। जिसमें एक व्यक्ति अपने आपको गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का छोटा भाई बताता है और वह जान से मारने की धमकी देकर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांग रहा है।
रविवार को वह कार्यालय का एसी ठीक कराने गया था। वहां से लौटने के बाद वह कार से निकलकर अंदर गया ही था कि गोलियां चलने की आवाज सुनाई दीं। जब वह नीचे आया तो उसकी कार पर गोलियां लगी थी। आरोपियों ने करीब पांच राउंड फायर किए हैं।
एक महीने में तीसरी वारदात
विदेश में बैठे बदमाशों की ओर से जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी मांगने की एक महीने में यह तीसरी वारदात है। इससे पहले 30 अप्रैल को कालरम निवासी सुमित पर सेक्टर-14 में गोलियां चलाई गई थी। जिसमें उसे तीन गोलियां लगी थी। इस मामले में बदमाश दिलेर कोटिया का नाम सामने आया था। जिसने एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। इसके बाद पांच जून को कर्ण कैनाल स्थित विदेश भेजने वाले दो सेंटरों के बाहर गोलियों चलाई गईं। इस मामले में भी करीब एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने की बात सामने आई थी। हालांकि इन मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है लेकिन अब यह तीसरी वारदात हो चुकी है।
पुराने बस स्टैंड के पीछे एक कार पर गोलियां चलाने की सूचना आई थी। मौके पर जाकर जांच की है। साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जल्द गोली चलाने वालों का पता लगाया जाएगा। -विष्णु मित्र, सिविल लाइन थाना प्रभारी