किसान शंभू रेल ट्रैक पर बैठे हैं। 22 को जींद में महापंचायत की जाएगी। आंदोलन का असर अब हिमाचल और जम्मू की ट्रेनों पर ज्यादा दिखाई देने लगा है।
किसान जत्थेबंदियों का शंभू में रेल ट्रैक पर आंदोलन तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। इस कारण फिरोजपुर मंडल की 21 ट्रेनें रद्द की गईं, जबकि 83 प्रभावित हुई हैं। वहीं, चार ट्रेनें शॉर्ट ओरिजिनेट की गई हैं।
दूसरी ओर किसान नेताओं ने दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो 22 अप्रैल को हरियाणा के जींद में महापंचायत की जाएगी। इस पंचायत में जो भी फैसला लिया जाएगा, उसे तुरंत प्रभाव से लागू भी किया जाएगा। किसान अपने तीन साथियों को रिहा करने की मांग पर अड़े हैं। बता दें कि अब तक 380 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 139 को रद्द किया गया है। वहीं, 170 गाड़ियों को डायवर्ट किया गया है।
शंभू बॉर्डर पर पत्रकार वार्ता में भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के पंजाब चेयरमैन सुरजीत सिंह फूल व अन्य ने कहा कि जेल में नवदीप सिंह व बाकी दो किसानों अनीश खटकड़ और गुरकीरत सिंह के साथ आतंकियों जैसा सलूक किया जा रहा है। जींद जेल में बंद किसान अनीश खटकड़ 19 मार्च से आमरण अनशन पर है।
उसे ड्रिप लगाया गया है और उसका 20 किलो वजन भी कम हो गया है। इनको अपने परिवारों से मिलने भी नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ की चुनौती भी स्वीकार है।
23 अप्रैल को चंडीगढ़ के किसान भवन में भाजपा नेताओं का इंतजार करेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि पंजाब पुलिस का भी भगवाकरण हो गया है। थाने के एसएचओ भी भाजपाइयों के समर्थन में बोल रहे हैं।