भारतीय और हरियाणवी संस्कृति एवं लोक कला को बढ़ावा देने व इससे नई पीढ़ी को रूबरू कराने के लिए सरकार की ओर से प्रदेश के गांवों में महिला सांस्कृतिक केंद्र खोले जाएंगे। जहां महिलाओं को निशुल्क गीत, संगीत, नाटक आदि कला का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। यहां महिलाएं खुद सीख भी सकेंगी और निपुण महिलाएं दूसरों को सीखाएंगी। इसके अलावा महिलाओं और बच्चों से जुड़े अन्य मनोरंजक कार्यक्रम भी होंगे।
46 गांवों में खुलेंगे महिला सांस्कृतिक केंद्र, निशुल्क संगीत, नाटक, नृत्य सीखेंगी एवं सिखाएंगी
करनाल जिले के 46 गांवों में भी इस तरह के केंद्र खोले जाएंगे। शुरुआती चरण में जिन पंचायतों ने जगह उपलब्ध कराई है, उनका चयन किया गया। इन गांवों में बदहाल पड़े भवनों को नया रूप देते हुए केंद्र के रूप में तैयार किया जाएगा। इस कार्य पर जिला परिषद की ओर से दो से 10 लाख रुपये तक प्रत्येक गांव में खर्च किए जाएंगे। अधिकारियों ने काम को लेकर योजना बना ली है। केंद्र बनाने में जिले में करीब 1.89 करोड़ रुपये की राशि को जिला परिषद की ओर से मंजूरी दी गई है। पंचायती राज के अधिकारियों की ओर से इस परियोजना पर काम किया जाएगा। नए वित्त वर्ष से पहले सभी 45 महिला सांस्कृतिक केंद्रों को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। ब्यूरो
वाद्ययंत्रों के अलावा संगीत सुनने की भी व्यवस्था
इन केंद्रों में ग्रामीण महिलाएं खाली समय में नाच-गाकर मनोरंजन करेंगी। इस केंद्र में जहां महिलाएं अपनी कला का प्रदर्शन करेंगी, वहीं अन्य ग्रामीण लोकगीत व लोक कलाओं का लुत्फ उठा सकेंगे। जिसके लिए इन केंद्रों में दर्शकों के बैठने की भी व्यवस्था की जाएगी। उसमें ढोलक, नगाड़ा व अन्य वाद्ययंत्र रखे जाएंगे। साथ ही वहां पर विभाग की ओर से संगीत सुनने वालों के लिए भी व्यवस्था की जाएगी।
इन 45 गांवों में बनेंगे महिला सांस्कृतिक केंद्र
खंड : गांव
- मूनक : गगसीना, बल्ला, बिर्चपुर, कुरलन, मानपुरा, गोली, जानी, खैड़ी मूनक, मंचूरी
- घरौंडा : बेगमपुर, अमृतपुर कलां, डिंगर माजरा, हसनपुर, कैरवाली, समालखा
- इंद्री : भादसों, धन्नोखेड़ी, रैयतखाना, सरवन माजरा, खानपुर, फूसगढ़, रामपुरा
- करनाल : चूडीपुर, काछवा, मोहिदिनपुर, पुंडरक, रांवर, रसूलपुर कलां
- कुंजपुरा : चांदसामंद, कमालपुर गढ़रियां, नागल, रिंडल
- नीलोखेड़ी : शामगढ़, यूनिसपुर, सग्गा, संधीर, नीलोखेड़ी ग्राम
- निसिंग : गोंदर, गुल्लरपुर, सांभली, सिंगड़ा
- असंध : दुपेड़ी
- चिड़ाव : डबरी, कतलाहेड़ी, खेड़ीनरू, मंजूरा
1.89 करोड़ रुपये की राशि होगी खर्च
सभी नौ खंडों में महिला सांस्कृतिक केंद्र खोले जाएंगे। जिन पंचायतों की ओर से जगह दी गई है, उन 46 गांवों को पहले चरण में केंद्र बनाने के लिए चुना गया है। 1.89 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। पंचायती राज की ओर से केंद्र स्थापित करने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है।
– प्रवेश सोहन सिंह राणा, अध्यक्ष, जिला परिषद
अधिकारी के अनुसार
प्रत्येक केंद्र में दो से 10 लाख रुपये तक की राशि खर्च होगी। टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। करीब 20 केंद्रों में इसी सप्ताह काम शुरू होगा। अन्य गांवों में भी फरवरी के पहले सप्ताह में काम शुरू हो जाएगा। संस्कृति, लोक गीत एवं लोक कलाओं को बढ़ावा देना मुख्य उद्देश्य है। -परविंद्र सिंह, एक्सईएन, पंचायती राज।