हाल ही में गूगल अपनी एआई इमेज जनरेशन सुविधा को लेकर चर्चा में रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में जेमिनी चैटबॉट पर द्वितीय विश्व युद्ध के सैनिकों और अमेरिका के संस्थापकों की कुछ ऐतिहासिक रूप से गलत इमेज बनाई है। इसके लिए मस्क ने इसे ‘बहुत सतर्क’ कहते हुए तंज कसा है।
मस्क ने इसके लिए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का सहारा लिया । मस्क ने पोस्ट में Google को ‘पागल’ और ‘सभ्यता विरोधी’ कहा, और दावा किया कि कंपनी ने जेमिनी की एआई की इमेज-प्रोडक्शन साथ जल्दीबाजी कर दी है।
पोस्ट के जरिए कसा तंज
- मस्क ने पोस्ट में लिखा कि मुझे खुशी है कि Google ने अपनी AI इमेज जनरेशन में भूमिका निभाई, क्योंकि इससे उनकी पागल नस्लवादी, सभ्यता-विरोधी प्रोग्रामिंग सभी के लिए स्पष्ट हो गई।
- इसके अलावा नेता विवेक रामास्वामी ने भी गूगल के खिलाफ नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि Google के LLM के विश्व स्तर पर शर्मनाक रोलआउट ने साबित कर दिया है कि जेम्स डामोर Google के वैचारिक प्रतिध्वनि कक्ष में उतरने के बारे में 100% सही थे।
- उन्होने आगे कहा कि जेमिनी पर काम करने वाले कर्मचारियों को निश्चित रूप से एहसास हुआ कि इसे इतना स्पष्ट रूप से नस्लवादी बनाना एक गलती थी, लेकिन उन्होंने अपना मुंह बंद रखा क्योंकि वे डामोर की तरह नौकरी से नहीं निकालना चाहते थे।
जेमिनी की AI जेनरेशन पर रोक
- इतने विवादों के बाद कंपनी ने अपने जेमिनी एआई चैटबॉट की छवि-जनरेशन क्षमताओं को रोक दिया है।
- इसके साथ ही कंपनी ने स्वीकार किया कि जेमिनी ने “कुछ ऐतिहासिक चित्रणों में गलतियां की हैं और जल्द ही फीचर का एक बेहतर वर्जन जीरी किया जाएगा।
- जेमिनी की टेक्स्ट-टू-इमेज को लेकर Google ने लिखा कि हम इस प्रकार के चित्रणों को तुरंत सुधारने के लिए काम कर रहे हैं।
- जेमिनी की एआई इमेज जनरेशन लोगों की एक विस्तृत सीरीज उत्पन्न करती है। और यह आम तौर पर एक अच्छी बात है क्योंकि दुनिया भर के लोग इसका उपयोग करते हैं।
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