एजेंसी/ लंदन। ब्रिटेन यूरोपीय यूनियन यानी EU में रहे या न रहे, इसे लेकर ब्रिटेन की जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। देश के ऐतिहासिक रेफरेंडम के नतीजे आ चुके हैं और इसके अनुसार 51.8 प्रतिशत लोगों ने ईयू से बाहर होने के लिए मतदान किया है। इसके बाद अब ब्रिटेन पहला देश होगा जो ईयू से बाहर हो जाएगा। हालांकि अंतिम नतीजों से पहले ही यह साफ हो गया था कि ब्रिटेन के दिल में क्या है और इसी वजह से दुनियाभर के बाजारों में हाहाकार मच गया।
EU से अलग होगा ब्रिटेन
इस बीच एक और खबर आ रही है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून अक्टूबर से पहले अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से अलग नहीं होने के पक्ष में थे।
कैमरून ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि वे यूरोपीय यूनियन में बने रहने या बाहर निकलने को लेकर रायशुमारी करवाएंगे। वे इस बात पर जोर दे रहे थे कि ब्रिटेन ईयू में ही बना रहे। उन्होंने वादा किया था कि इसके एवज में वे ईयू के नियमों में अपने हिसाब से बदलाव करवा लेंगे।
इस बीच, ब्रेक्जिट का समर्थन करने वाले सांसदों ने भी कैमरून को चिट्ठी लिखकर इस्तीफा नहीं देने की अपील की है। वहीं सांसदों का एक धड़ा ऐसा है जो कैमरून के प्रधानमंत्री बने रहने के खिलाफ है।