उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चाहें तो शाहीन बाग का धरना खत्म हो जाए, लेकिन वोट बैंक की राजनीति के लिए वह इस ऐसा नहीं चाहेंगे। योगी यहीं नहीं रुके, इस बीच उन्होंने कांग्रेस और आप दोनों को निशाने पर लेते हुए कहा कि कश्मीर में कांग्रेस बिरयानी खिलाती थी और शाहीन बाग में केजरीवाल खिला रहे हैं। वहीं विकास के मुद्दे पर भी उन्होंने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले उत्तर प्रदेश की सड़कें बदहाल हुआ करती थीं, लेकिन अब दिल्ली की सड़कों की हालत खराब है। उन्होंने शनिवार को भाजप प्रत्याशियों के समर्थन में मुस्तफाबाद , करावल नगर, आदर्श नगर, नरेला एवं रोहिणी विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री योगी इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) से लेकर बदहाल सड़कों तक के मुद्दे पर केजरीवाल को घेरते हुए नजर आए। उन्होंने कहा कि जो लोग महिला सशक्तीकरण की बात करते थे। उन्होंने ही नैना साहनी को टुकड़े-टुकड़े कर तंदूर में जलाया, शाहबानो के मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को खारिज करने के लिए जिन्होंने संसद का दुरुपयोग किया। आज वह लोग तीन तलाक, अनुच्छेद 370, सहित सामाजिक न्याय के लिए बनाए गए कानूनों का विरोध कर रहे हैं।
केजरीवाल को बेहतर रेल सेवा, बेहतर स्वास्थ्य सेवा, बेहतर आवागमन, बेहतर योजनाएं नहीं उन्हें शाहीन बाग चाहिए। ऐसे कुशासन को समाप्त करने के लिए दिल्ली को उत्कृष्ट राजधानी बनाने के लिए मैं भाजपा के लिए जनादेश मांगने आपके बीच आया हूं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सीएए का विरोध करने वालों पर कैसे रोक लगती है, यह उत्तर प्रदेश से सीखना चाहिए। चुनावी माहौल है और विपक्षी पार्टियां ही इस माहौल को गरम रखना चाहती हैं। दिल्ली चुनाव में पाकिस्तान के मंत्री केजरीवाल सरकार का समर्थन कर रहे हैं, तो उसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि केजरीवाल सरकार के संबंध कहां तक हैं। सीएए कानून देश के किसी नागरिक के खिलाफ नहीं है, बल्कि उन विदेशी घुसपैठियों के खिलाफ है, जो भारत में आतंक फैलाने का कार्य कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने इस देश के गरीब तबके के लोगों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं को लाकर उनके जीवन में सुधार किया है। दूसरा कार्यकाल राष्ट्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने का है। सीएए उसकी चौथी कड़ी है। इससे पहले बारी-बारी से तीन तलाक, अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के साथ और राम मंदिर निर्माण को शुरू करने का कार्य किया गया है। पहले जर्जर सड़क व गड्ढों को देखकर लोग अंदाजा लगा लेते थे कि वे उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं। ठीक उसी तरह वर्तमान में जब दिल्ली की सीमा में घुसते है, तो जर्जर सड़कें व गड्ढों को देखकर अंदाजा लग जाता है कि अब हम हम दिल्ली में आ गए हैं। दिल्ली की सड़कों को देखकर ऐसा लगा कि यहां की मौजूदा केजरीवाल की सरकार ने उत्तर प्रदेश से जुड़े दिल्ली के हिस्से में किसी प्रकार का कोई विकास कार्य नहीं किया है।