नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरे होने पर मंच तैयार किया, जिसमें कई दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया. इसी खास इंटरव्यू के लिए जब टीम लखनऊ के 5 कालिदास मार्ग यानी मुख्यमंत्री आवास पहंची तो मुख्यमंत्री के बैठने की जगह की ठीक बगल में शीशे के आर पार वह मोर दिखाई दिए जो इन दिनों योगी आदित्यनाथ के सबसे प्रिय और चहेते बने हुए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब अपने दफ्तर में होते हैं तो ये मोर शीशे के दूसरी तरफ होते हैं और जब बगीचे में होते हैं तो चारों तरफ. टीम जब 5 कालिदास मार्ग के बगीचे से सटे कमरे में मौजूद थी, तब ये मोर शीशे पर दस्तक देकर अपनी उपस्थिति का एहसास करा रहे थे.
मुख्यमंत्री आवास के कर्मचारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बैठते ही यह शीशे पर दस्तक देने लगते हैं. ये वही मोर हैं, जिसके बारे में अखिलेश यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री आवास से जा रहा हूं लेकिन इन मोरों का ख्याल रखिएगा. बहरहाल 8 की तादाद में यहां रह रहे मोर उनके इर्द-गिर्द जमा हो जाते हैं और ये परिंदे उनके सबसे विश्वस्त भी हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी बताते हैं कि यहां गोशाला तो नहीं है अब ये मोर ही हैं, जो हर सुबह-शाम योगी आदित्यनाथ के साथी बने हुए हैं.
5 कालिदास मार्ग पर कोई गोशाला नहीं है, लेकिन सुबह हो या शाम योगी आदित्यनाथ के इर्द-गिर्द ये मोर जरूर पहुंच जाते हैं.
इंटरव्यू के बाद योगी आदित्यनाथ ने बताया कि वह हमेशा 5 कालिदास मार्ग में विचरण करते दिखते हैं और जैसे ही वह बगीचे में जाते हैं. सारे मोर उनके आसपास आ जाते हैं और वे उनके मित्र बन चुके हैं जिन्हें हर रोज योगी आदित्यनाथ दाना खिलाते हैं.
जिस वक्त अखिलेश यादव 5 कालिदास मार्ग खाली कर रहे थे, उस वक्त उन्होंने एक जोड़े उस मोर का जिक्र किया था जो उनके मुख्यमंत्री आवास में रहने के दौरान वहां आ गया था.
अखिलेश यादव ने तब मुख्यमंत्री योगी से गुजारिश की थी कि वे इन मोरों का ख्याल रखें. आलम यह है कि आज मुख्यमंत्री आवास में कुल 8 मोर हो गए हैं.