मनोहर परिकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने राज्यपाल से कहा, “सत्ता के निर्बाध परिवर्तन और सत्ता हस्तांतरण के लिए आपकी तत्काल कार्रवाई की जरूरत है।”
48 घंटों में दूसरी बार लिखे गए पत्र में कहा गया है, “गठबंधन सहयोगियों ने भाजपा का साथ इस शर्त पर दिया था कि सरकार का नेतृत्व मनोहर परिकर करेंगे जो उस समय भारत के रक्षामंत्री थे। अब भाजपा का कोई सहयोगी नहीं हैं।”
कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। नेता प्रतिपक्ष चंद्रकांत कावलेकर और कांग्रेस गोवा अध्यक्ष गिरीश चोडांकर ने पत्र में कहा है, “कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस विधायक दल का नेता सबसे अच्छी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने का हकदार है।” दोनों दलों कांग्रेस और भाजपा ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों की अध्यक्षता में अपने-अपने विधायकों के साथ बैठक की।
ऐसी खबरे सामने आई थीं कि दिगंबर कामत जो रविवार को दिल्ली आए थे उन्हें भाजपा में शामिल होने के बदले में मुख्यमंत्री पद की पेशकश की गई है। लेकिन वे कांग्रेस के साथ बने हुए हैं।
इससे पहले दिन में कांग्रेस ने राज्यपाल पर भाजपा के पदाधिकारी के तौर पर काम करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा राज्यपाल ने उन्हें मुलाकात का समय नहीं दिया, लेकिन उनके पास भाजपा पदाधिकारियों से मिलने का समय था।
भाजपा ने भी शहर के एक होटल में अपने विधायकों की बैठक बुलाई। जबकि गठबंधन के साथी और निर्दलीय उम्मीदवार गोवा फॉरवर्ड के नेता विजई सरदेसाई के घर पर अलग से मिले।
अब भी यह सवाल बना हुआ है कि परिकर के बाद किसे कमान दी जाएगी। भाजपा चाहेगी कि उसके किसी विधायक को मुख्यमंत्री बनाया जाए जबकि अब तक के घटनाक्रम के मद्देनजर गठबंधन के साथियों ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।