हांगकांग। इन दिनों कुआ चिउ फी सुर्खियों में हैं। उन्होंने हांगकांग के स्कूलों में चीन के खिलाफ उठाए जा रहे कदमों की भर्त्सना की है। फी ने कक्षाओं में चीन के खिलाफ छात्रों को भड़काने पर अपना विरोध जताया है। चीन के खिलाफ पहले छात्रों को उकसाना और उनको सड़कों पर आंदोलन के लिए प्रेरित करने के खिलाफ फी ने एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि कक्षाओं में आंदोलन के लिए छात्रों को आग्रह करने वाले शिक्षकों पर निगरानी रखी जाएगी। इस बाबत फी का एक वीडिया भी जारी हुआ है। उनका यह वीडियो ऐसे समय आया है जब कि चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने कहा है कि 2022 तक हांगकांग की शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार किया जाएगा।
चीनी अधिकारियों ने रायटर को बताया कि 2022 में हांगकांग की मुख्य कार्यकारी कैरी लैम के कार्यकाल समाप्त होने के पूर्व यहां की शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को बताया जाना चाहिए कि देश की सुरक्षा और हितों के विरोध में उठाए गए कदम कतई हानिकारक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों के अंदर देश भक्ति की भावना पैदा करना चाहते हैं।
फी अपने एक यूट्यूब चैनल के माध्यम से माता-पिता एवं अन्य स्वयंसेवकों को सूचीबद्ध कर रहे हैं। चैनल का कार्यक्रम ‘हमारी अगली पीढ़ी को मदद’ नामक पहल से इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। अक्टूबर के अंत में पोस्ट किए गए एक वीडियो में वह उन लोगों की तस्वीर देखने के बारे में कहते हैं, जो पिछले साल हांगकांग में प्रदर्शनों के दौरान युवा छात्रों को हाथ में ईंट लेने का निर्देश दे रहे हैं। फी का यह कदम लोकतंत्र विरोधियों को अखर रहा है।
उन्होंने कहा कि इन शिक्षकों के लाइसेंस रद करने की जरूरत है। फी ने कहा कि पिछले साल लोकतंत्र समर्थकों के हिंसक प्रदर्शनों में शिक्षकों ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पुलिस द्वारा रायटर को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल जून और इस साल के बीच 9,200 प्रदर्शनकारियों में से कुछ 40 फीसद गिरफ्तार हुए। इनमें से 1,635 18 साल से कम उम्र के थे। शहर के शिक्षा सचिव के अनुसार, प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के लगभग 100 शिक्षक और कर्मचारी भी गिरफ्तार किए गए थे।