दूसरी फिल्म है अनिल कपूर और श्री देवी की ‘मिस्टर इंडिया.’ शेखर कपूर द्वारा डायरेक्ट की गई इस फिल्म को हिंदी सिनेमा के इतिहास में बच्चों के लिए बनी सबसे बेहतरीन फिल्म माना जाता है. अनाथ बच्चों को अपने घर में रखनेवाले अनिल कपूर किस तरह हर मुश्किल में का सामना मिलकर करते हैं. यही इस फिल्म में दिखाया गया है. इस फिल्म का असली मकसद लोगों को ये बताना था कि हर मुश्किल हालात को मिलकर सामना करना चाहिए.

डायरेक्टर अमोल गुप्ते की फिल्म ‘स्टेनली का डिब्बा’ भी बच्चो के लिए एक शानदार फिल्म मानी जाती है.

नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म ‘आय एम कलाम’ भी बच्च्चों के लिए एक आदर्श फिल्म है. हालात कैसे भी हो लेकिन उसे पूरा करने का जस्बा बनाए रखने की यह कहानी भी बेहद खास है. जिसे हर बच्चे को देखनी चाहिए.

डायरेक्टर नितेश तिवारी की फिल्म चिल्लर पार्टी भी एक शानदार फिल्म है. कैसे अपने एक डॉग को बचाने के लिए सोसायटी के सारे बच्चें एक नेता से मुकाबला करते हैं. एकजुट और समान अधिकार की बात करनेवाली इस फिल्म को शानदार अंदाज में दिखाया गया है.