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एयरसेल-मैक्सिस केस: पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंचे चिदंबरम, गिरफ्तारी से राहत

एयरसेल मैक्सिस केस में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को बड़ी राहत मिली है. पटियाला हाउस कोर्ट ने चिदंबरम की गिरफ्तारी पर 10 जुलाई तक की रोक लगा दी है. इससे पहले ये रोक 5 जून तक की थी. इसी मामले में चिदंबरम मंगलवार सुबह पेश होने के लिए ईडी दफ्तर पहुंचे हैं. इससे पहले भी अदालत ने एयरसेल-मैक्सिस डील मामले में पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को अंतरिम सुरक्षा प्रदान करते हुए उनकी गिरफ्तारी पर 10 जुलाई तक रोक लगाई थी. आपको बता दें कि आईएनएक्स मीडिया से जुड़े एक मामले में पी.चिदंबरम ने पिछली सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी. केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कार्ति के पिता पी. चिदंबरम 2006 में जब वित्त मंत्री थे, तो उन्होंने (कार्ति) एयरसेल-मैक्सिस डील में विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से किस प्रकार मंजूरी हासिल की थी. गौरतलब है कि कार्ति चिदंबरम द्वारा साल 2006 में एयरसेल-मैक्सिस डील के तहत विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी मिलने के मामले की जांच CBI और ED कर रहे हैं. उस समय पी चिदंबरम वित्तमंत्री थे. क्या हैं आरोप? पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर एयरसेल-मैक्सिस को एफडीआई के अनुमोदन के लिए आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी को नजरअंदाज कर दिया था. ED के मुताबिक एयरसेल-मैक्सिस डील में तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कैबिनेट कमेटी की अनुमति के बिना ही मंजूरी दी थी, जबकि ये डील 3500 करोड़ रुपये की थी.

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कार के साथ दफनाया गया डेड बॉडी को, पीछे की वजह जान हो जाएंगे हैरान

China में एक ऐसी खबर आई जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो को देख और कहानी सुन सभी हैरान हैं. उत्तरी चीन के बाओडिंग सिटी में एक शख्स की आखिरी ख्वाहिश थी कि उसे कॉफिन की जगह उसी की कार के साथ दफनाया जाए. ये स्पेशल रिक्वेस्ट उन्होंने विल में लिखी थी. परिवार वालों ने उनकी ये विश पूरी की. ये वीडियो चीन में काफी वायरल हो रहा है. डांस कर रहा था शख्स, अचानक जेब से निकली बंदूक और चल गई गोली, देखें फिर क्या हुआ South China Morning Post के मुताबिक, 28 मई को शख्स को सिल्वर हुडई सोनाटा के साथ दफनाया गया. दफनाने के लिए बड़ी गाड़ी को बुलवाना पड़ा. जिसके बाद कार सहित डेड बॉडी को दफनाया गया. दफनाने में 3 लोगों की मदद भी ली गई. उसी के गांव के एक शख्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर लिखा- ''उन्हें जवानी के दिनों से ही कारों का काफी शौक था.'' कुछ लोग वीबो पर इस शख्स का मजाक भी बना रहे हैं. एक यूजर ने लिखा- ''शुक्र है उसको प्लेन पसंद नहीं था.''

China में एक ऐसी खबर आई जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो को देख और कहानी सुन सभी हैरान हैं. उत्तरी चीन के बाओडिंग सिटी में एक …

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आखिर 14 मिनट तक कहां रहा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का विमान, आखिर कहां हुई चूक

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को नई दिल्ली से दक्षिण अफ्रीका ले जा रहा वायु सेना का एंब्रायर विमान तकरीबन 14 मिनट तक रडार से गायब रहा। यानी इस दौरान उससे संपर्क टूट गया। मॉरीशस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की ओर से जारी किए गए एक अलर्ट की वजह से करीब 14 मिनट तक अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। इससे दिल्ली से लेकर मॉरीशस तक हड़कंप मच गया। इस सूचना से भारत समेत तीन देशों की सरकार और सुरक्षा एजेंसी अलर्ट हो गई। आखिर क्‍या है विमान के लापता होने का सच। कहां हुई चूक। क्‍यों टूटा संपर्क, क्‍या रही तकनीकी खामियां दरअसल, किसी विमान के साथ इस तरह की घटना होने पर इमरजेंसी के तीन चरण अमल में लाए जाते हैं। पहला चरण अनिश्चितता का होता है। दूसरे चरण में अलर्ट जारी किया जाता है और तीसरे चरण में डिस्ट्रेस (विपत्ति) का एलान किया जाता है। हिंद महासागर क्षेत्र के ऊपर एटीसी से जुड़े मुद्दों को समझने वाले एक अधिकारी ने बताया कि विमान से संपर्क में समस्या कमजोर रडार कवरेज के कारण आई होगी, क्योंकि उड़ानें वीएचएफ संचार पर निर्भर रहती हैं और इस तकनीक की अपनी दिक्कतें हैं। रडार से कुछ देर गायब हुआ सुषमा स्वराज का विमान, मचा हड़कंप यह भी पढ़ें VVIP की वजह से जारी हुआ अलर्ट अथॉरिटी की ओर से रविवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि शायद मॉरीशस ने ये अलर्ट इसलिए जारी किया क्योंकि विमान में एक वीआईपी (अति विशिष्ठ व्यक्ति) सवार थीं। जानकारों का कहना है कि बेहद विशिष्ट व्यक्तियों को ले जा रहे विमान में कई बार चालक जानबूझ कर सुरक्षा दृष्टिकोण से संपर्क नहीं साधते हैं। लेकिन यह क्षणिक या कुछ ही मिनटों का होता है। स्वराज ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जोहानिसबर्ग गई हैं। सुषमा फिर पिघलीं, हृदय रोग से पीड़ित पाकिस्तानी बच्चे को दिया मेडिकल वीजा यह भी पढ़ें  मुश्किल की घड़ी 1- समय : 2:08 PM इस विमान ने शनिवार दोपहर करीब 2 बजे तिरुवनंतपुरम हवाईअड्डे पर उतरा। चूंकि एंब्रायर विमान लंबी उड़ान नहीं भर पाता है, इसलिए पहले इसे तिरुअनंतपुरम में ईधन भरने के लिए उतारा गया। तिरुअनंतपुरम से विमान ने शनिवार दोपहर बाद 2:08 बजे उड़ान भरी। 2- समय: 04:44 PM भारतीय हवाई इलाका छोड़ने पर इसे माले (मालदीव) एटीसी के हवाले किया गया जो दोपहर बाद 04:44 बजे तक विमान के संपर्क में रहा। इसके तुरंत बाद मॉरीशस के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करते ही विमान 14 मिनट के लिए लापता हो गया। मॉरीशस एटीसी की तरफ से काफी कोशिश के बाद जब संपर्क नहीं साधा जा सका तो चेतावनी जारी कर दी गई। आम तौर पर किसी विमान के 30 मिनट तक संपर्क नहीं होने पर ही चेतावनी जारी की जाती है, लेकिन इस मामले में इसे पहले ही जारी कर दिया गया। 3- समय: 04:58 PM चेतावनी जारी करने के 14 मिनट पर शाम 4 बजकर 58 बजे भारतीय वायुसेना विमान का माले एटीसी से संपर्क हुआ। इन सूचना के बाद भारत और मॉरीशस ने राहत की सांस ली। एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर (कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन) जेबी सिंह नेबताया कि मॉरीशस ने एकतरफा अलर्ट जारी कर दिया था। बता दें कि भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर है। स्वराज ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरील रामाफोसा से मुलाक़ात की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर जानकारी दी कि दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय और परस्पर हितों के मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने को लेकर बातचीत हुई है। दक्षिण अफ्रीका पहुंचने पर सुषमा स्वराज की आगवानी वहां के उप विदेश मंत्री ने की। सुषमा स्वराज दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स के अलावा आईबीएसए (भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका) की बैठकों में हिस्सा लेंगी।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को नई दिल्ली से दक्षिण अफ्रीका ले जा रहा वायु सेना का एंब्रायर विमान तकरीबन 14 मिनट तक रडार से गायब रहा। यानी इस दौरान उससे संपर्क टूट गया। मॉरीशस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की …

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बुरहान एनकाउंटर के बाद घाटी में आतंकियों की भर्ती का बदल रहा है ट्रेंड

जम्मू कश्मीर में हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद भी घाटी के युवा आतंक की राह पर जा रहे हैं लेकिन इन भर्तियों का लिंक बुरहान वानी से जरूर है. 8 जुलाई 2016 को बुरहान की हत्या के बाद 35 से ज्यादा युवाओं ने आतंकी संगठन हिज्बुल का रुख किया है और इनकी भर्ती के पीछे नया चलन देखने को मिला है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक बुरहान एनकाउंटर के बाद हिज्बुल में शामिल हुए इन युवाओं के बारे में उनके परिजनों, मित्रों से जुड़ी जानकारी जुटाने पर यह पता चलता है कि वह किसी ने किसी रूप में बुरहान की मौत प्रभावित थे. अखबार के हाथ लगी रिपोर्ट में कहा गया कि इन युवाओं को बुरहान की मौत ने हिज्बुल में दाखिल होने के लिए प्रभावित किया. सुरक्षाबलों के लिए यह आतंकी कोई चुनौती बन पाते इससे पहले ही ज्यादातर का एनकाउंटर कर दिया गया है. बावजूद इसके अब भी नए युवा हिज्बुल में शामिल हो रहे हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस ट्रेंड को जल्द से जल्द खत्म किए जाने की जरूरत है. पहले कैसे होती थी भर्ती घाटी में इससे पहले आतंक की राह चुनने वाले युवाओं की भर्ती गुपचुप तरीके से होती थी. कम बार ही ऐसा होता था कि नए भर्ती हुए युवाओं को कोई बड़ा मिशन दिया जाता था. भर्ती के बाद उन्हें सीमा पार भेज कम से कम 3 महीनों के लिए हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती थी और इसके बाद वो गोली-बारूद लेकर वापस लौटते और उन्हें पहचान छुपाकर काम पर लगाया जा था. ऐसे बदल रहा है ट्रेंड नब्बे के दशक में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई और किसी आतंकी के एनकाउंटर के बाद प्रतिक्रिया या जवाबी हमले भी कम हुए. ऐसा कम ही हुआ जब आतंकवादी की हत्या के बाद उसे शहीद का दर्जा दिया गया हो. बुरहान शुरुवात में पहचान छिपाकर ही काम कर रहा था लेकिन बाद में उसने इस ट्रेंड को बदला और खुलेआम नाम के साथ सबसे सामने आया. सोशल मीडिया के जरिए उसने नाम और फोटो उजाकर की और नया चलन शुरू कर दिया, जो अब पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है. इन दिनों आतंकी संगठनों में शामिल हो रहे युवा इसी ट्रेंड को फॉलो कर रहे हैं. आतंकी आजकल हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर फोटो या वीडियो शेयर करते हैं और इसके बाद परिवार वालों को इस बारे में पता चला पाता है. इनमें से ज्यादातर को तो ट्रेनिंग भी नहीं मिली होती है. हाथियारों के लिए भी इन्हें पुलिस और सुरक्षाबलों से लूटे गए हथियारों पर निर्भर रहना पड़ता है. यह किसी खास मिशन को अंजाम देने से पहले की सुरक्षाबलों की गोली का शिकार हो जाते हैं. बीते दिनों ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले हैं, लेकिन एक उदाहरण सबसे खतरनाक है. इसे बयान करते हुए वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि स्थानीय लोग सुरक्षा इंतजामों को बिगाड़ते हैं जिसका फायदा उठाकर आतंकी अपनी पैठ जमा लेते हैं. दूसरी ओर जब आतंकी को घेर लिया जाता है तो स्थानीय सुरक्षाबलों को रोकने की कोशिश करते हैं. अगर आतंकी को मार दिया जाता है तो उसके जनाजे में शामिल होने के लिए सैकड़ों की तादाद में घरों से बाहर आते हैं. आतंकी के आस-पास इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है.

जम्मू कश्मीर में हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद भी घाटी के युवा आतंक की राह पर जा रहे हैं लेकिन इन भर्तियों का लिंक बुरहान वानी से जरूर है. 8 जुलाई 2016 को बुरहान की हत्या के …

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पति नहीं ब्वॉयफ्रेंड था पसंद, लोगों ने टोका तो फांसी के फंदे से झूल गई युवती

विश्वविद्यालय पुलिस चौकी इलाके के परबत्ती काली स्थान के पीछे अमरदीप मंडल की पत्नी प्रीति कुमारी (22) ने रविवार को गले में दुपट्टे से फंदा लगाकर खुदकशी कर ली। उसका मायका पटना के अनीशाबाद था। पति अमरदीप के मुताबिक प्रीति …

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CBSE NEET Result 2018: आज जारी होंगे CBSE नीट के रिजल्ट, छात्र यहां देखें परिणाम

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन NEET 2018 परीक्षा के नतीजे आज कर दिए जाएंगे। इस बात की पुष्टि मानव संसाधन मंत्रालय विभाग के सचिव अनिल स्वरूप ने अपने ट्विटर के माध्यम से की है। नीट की परीक्षा में शामिल हो चुके छात्र सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट cbseneet.nic.in पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। आपको बता दें कि मेडिकल की नीट 2018 की प्रवेश परीक्षा 6 मई को आयोजित की गई थी जिसमें 13 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था। मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की मानें तो इस बार पिछले साल के मुकाबले फिजिक्स का पेपर ज्यादा मुश्किल था। CBSE ने इसके पहले ही परीक्षा प्रपत्र के आंसर कीज जारी कर दिए हैं। जिसके आधार पर छात्रों को अपनी समस्या बताने के लिए दो दिनों का यानि 27 मई तक का वक्त दिया गया था। NEET 2018: कट-ऑफ विशेषज्ञों के अनुसार इस बाद जिस तरह का पेपर आया है, उसे देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार कट-ऑफ का स्तर घटेगा। वहीं दूसरी तरफ छात्रों ने भी फिजिक्स के पेपर को मुश्किल बताया था। आंकड़ों पर गौर करें तो 2017 में अनारक्षित श्रेणी के लिए क्वालिफाइंग पर्सेंटेज 50 प्रतिशत था और क्वालिफाइंग स्कोर 720 में 131 था। OBC/ SC/ ST श्रेणी के लिए यह स्कोर 107 था और क्वालिफाइंग पर्सेंटेज 40 प्रतिशत था। शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों के लिए स्कोर 118 था। गौरतलब है कि, प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही ऑल इंडिया मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। इसके आधार पर CBSE रैंक देगा

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन NEET 2018 परीक्षा के नतीजे आज कर दिए जाएंगे। इस बात की पुष्टि मानव संसाधन मंत्रालय विभाग के सचिव अनिल स्वरूप ने अपने ट्विटर के माध्यम से की है। नीट की परीक्षा में शामिल हो …

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मुजफ्फरनगर में पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार का इनामी नानू ढेर

अपराध तथा अपराधियों के खिलाफ अभियान में आज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुजफ्फरनगर में करीब डेढ़ घंटा की मुठभेड़ के बाद पुलिस ने 50 हजार के ईनामी रमेश नानू उर्फ ऋषिपाल को ढेर किया।  पुरकाजी हाईवे पर फलौदा रजवाहे के पास सोमवार सुबह हुई मुठभेड़ में पुलिस ने सहारनपुर के देवबंद कोतवाली के जटौल गांव निवासी 50 हजार के इनामी रमेश को मार गिराया। मुठभेड़ में गोली लगने से पुरकाजी इंस्पेक्टर भी घायल हो गए। एसपी सिटी ने मौके पर जाकर घटना की जानकारी ली। पुलिस के अनुसार सोमवार सुबह बाइक सवार तीन संदिग्ध युवक फलौदा रजवाहे के बराबर से जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तभी कीचड़ में बाइक फिसलने से तीनों गिर गए। मौका पाकर दो फरार हो गए, जबकि एक ने पुलिस पर फायर कर दिया। जवाबी फायरिंग में बदमाश को गोली लग गई। मुठभेड़ में पुरकाजी इंस्पेक्टर विजय सिंह भी हाथ में गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस घायल बदमाश को पुरकाजी पीएचसी लेकर गई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसपी सिटी, क्राइम ब्रांच, सीओ सदर, फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड ने मौके पर जाकर घटना की जांच की। एसपी सिटी ओमबीर सिंह ने बताया कि मृतक बदमाश देवबंद के जटौल गांव निवासी 35 वर्षीय रमेश उर्फ नानू था। जिस पर 50 हजार का इनाम घोषित था। रमेश नानू कुख्यात जमशेद गैंग का सक्रिय सदस्य और शूटर था। कई इलाकों में इसका काफी खौफ था। नानू को पकडऩे के लिए हुई मुठभेड़ में प्रभारी निरीक्षक पुरकाजी भी घायल हो गए हैं। वह खतरे से बाहर हैं। शातिर पर झबरेडा, सहारनपुर, पुरकाजी, देवबंद, नागल, इंचोली (मेरठ), बुग्गावाला (हरिद्वार) आदि थानों में करीब डेढ़ दर्जन लूट, हत्या व जान से मारने के प्रयास के मुकदमे दर्ज हैं। वह कई मामलों में वांछित था और पुलिस लंबे समय से उसे ढूंढ रही थी।

अपराध तथा अपराधियों के खिलाफ अभियान में आज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुजफ्फरनगर में करीब डेढ़ घंटा की मुठभेड़ के बाद पुलिस ने 50 हजार के ईनामी रमेश नानू उर्फ ऋषिपाल को ढेर किया।  पुरकाजी हाईवे पर फलौदा …

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अब राजधानी में कुत्तों का कहर, 4 साल के बच्चे पर जानलेवा हमला-इलाज के लिए 5 घंटे तक भटकता रहा

सीतापुर की तरह लखनऊ में भी कुत्ते हमलावर हो गए। शनिवार रात घर के बाहर खेल रहे मासूम पर आवारा कुत्ते ने जानलेवा हमला कर उसके चेहरे को बुरी तरह जख्मी कर दिया। वहीं, गंभीर रूप से घायल मासूम को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ा। हजरतगंज क्षेत्र के बापू नगर निवासी अयान (4) शनिवार (2 मई) रात आठ बजे के करीब घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रहा था। वहीं, अचानक दौड़ते हुए आए कुत्ते ने हमला कर दिया। इससे गली में खेल रहे बच्चों में भगदड़ मच गई। इसी बीच अयान को कुत्ते ने दबोच लिया। कुत्ते ने सीधे उसके चेहरे पर ही धावा बोला और जख्मी कर दिया। अयान के रोने की आवाज सुन घर के लोग निकले। इसके बाद पिता वासू व पड़ोसी किशोर आदि लोग लाठी-डंडे लेकर आए। यह देखकर कुत्ता भाग गया, मगर खून से लथपथ अयान जमीन पर बेसुध होकर गिर गया। नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अरविंद राव ने बताया कि कुत्ते को पकड़ लिया गया है। जबड़ा चबाया, सिर पर भी वार बच्चे की हालत देखकर वासू घबरा गए। उनको कुछ भी सूझ नहीं रहा था। आखिर में किशोर की मदद से बच्चे को सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहा डॉक्टरों ने देखा तो उसका जबड़ा भी क्षतिग्रस्त था। कुत्ते ने जबड़ा चबाने का पूरा प्रयास किया, इससे उसके दो दात भी उखड़ गए। वहीं आख, सिर व चेहरा पर काफी चोटें थीं। बाहर से मंगवाया रेबीज इंजेक्शन, डीएम को फोन वासू के मुताबिक, सिविल व ट्रामा की इमरजेंसी में रेबीज इंजेक्शन न होने का हवाला दिया गया। इसके बाद बाहर से इंजेक्शन मंगवाकर लगवाया। इस दौरान करीब 2200 की दवा मेडिकल स्टोर से खरीदनी पड़ी। किशोर ने बताया इसकी शिकायत डीएम से रात में फोन पर की। घर पर कराह रहा बच्चा, पड़ोसी कर रहे मदद किशोर ने बताया कि वासू की आर्थिक स्थिति कमजोर है। इसलिए वह बच्चे का प्राइवेट में इलाज कराने में सक्षम नहीं है। ऐसे में बच्चे को घर पर ले आया है। वहीं केजीएमयू में डॉक्टरों द्वारा बाहर से मंगवाई गई दवा पास के ही एक डॉक्टर को दिखाकर उसका इलाज कर रहे हैं। सिविल से रेफर, केजीएमयू में पाच घटे दौड़ाया वासू व किशोर के मुताबिक, सिविल में रात में रेबीज इंजेक्शन नहीं लगाया गया। एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाकर केजीएमयू के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। वहीं, रात नौ बजे ट्रामा पहुंचने पर भी बच्चे को तत्काल इलाज नहीं मुहैया कराया गया। यहा पहले अयान को ट्रामा से एंटी रेबीज वार्ड और फिर पीडियाटिक विभाग भेजा गया, वहा से प्लास्टिक सर्जरी विभाग रेफर कर दिया। इसके बाद डॉक्टरों ने नेत्र रोग विभाग भेज दिया। यहा भी इलाज न मिलने पर रात दो बजे परिजन बच्चे को लेकर फिर ट्रामा पहुंचे। डॉक्टरों ने घायल बच्चे की क्लीनिंग के साथ टाका लगाया। क्या कहते हैं सिविल के डॉक्टर? सिविल अस्पताल निदेशक डॉ. हिम्मत सिंह दानू का कहना है कि इमरजेंसी में रेबीज इंजेक्शन रहता है। वहीं टाका लगाने की भी सुविधा है। बच्चे की हालत गंभीर थी, इसलिए उसे ट्रामा रेफर किया गया। क्या कहना है केजीएमयू सीएमएस का? केजीएमयू सीएमएस डॉ. एसएन शखवार के मुताबिक, कुत्ते के काटने का इलाज अस्पतालों में भी संभव है। बच्चे को बेवजह रेफर किया गया। ट्रामा में वैसे भी क्षमता से अधिक मरीज रहते हैं। यहा डॉक्टरों ने यथासंभव बच्चे को इलाज मुहैया कराया। रेबीज इंजेक्शन भी उपलब्ध था, मगर उसे तुंरत लगाने की आवश्यकता नहीं थी। अधूरा इलाज कर किया डिस्चार्ज किशोर के मुताबिक ट्रामा में ड्रेसिंग व टाका लगाकर अधूरा इलाज कर डिस्चार्ज कर दिया गया। अयान को डॉक्टरों ने सुबह चार बजे घर ले जाने का फरमान सुना दिया। वहीं 2200 रुपये की दवा मंगवाने का हवाला दिया गया तो उन्होंने निजी डॉक्टर से पूछकर इलाज शुरू करने को कहा। बापू नगर इलाके में लोगों का छलका दर्द - निवासी श्रवण कुमार का कहना है कि हजरतगंज के बापू नगर इलाके में कुत्तों का आतंक है। बच्चों का घर से बाहर खेलना मुश्किल हो गया है। लेकिन जिम्मेदार लोग इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। - वहीं, वासू कहते हैं कि बेटा अयान घर के बाहर खेल रहा था। इसी बीच कुत्ते ने उस पर झपट्टा मारकर चेहरे पर काट लिया। चीख पुकार सुनकर आस-पास के लोगों ने बच्चे को छुड़ाया। - स्थानीय निवासी सुनील धानू ने बताया कि सीतापुर में कुत्तों द्वारा बच्चों की जान लेने के बाद भी राजधानी के अधिकारी सक्रिय नहीं हुए। जगह-जगह यहा कुत्ते और अवारा मवेशी घूमते रहते हैं। - क्राशू का कहना है कि गनीमत है कि बच्चे की चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने बच्चे को बचा लिया। थोड़ी देर हो जाती तो बच्चे की स्थिति और गंभीर हो सकती थी।

सीतापुर की तरह लखनऊ में भी कुत्ते हमलावर हो गए। शनिवार रात घर के बाहर खेल रहे मासूम पर आवारा कुत्ते ने जानलेवा हमला कर उसके चेहरे को बुरी तरह जख्मी कर दिया। वहीं, गंभीर रूप से घायल मासूम को …

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बड़ी खबर: सिंगापुर में लगे भारत माता की जय के नारे

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच दिन की यात्रा पर विदेश गए हुए थे. और इसी दौरान वह सिंगापुर भी गए हुए थे. जिसमे वहां शनिवार को उन्‍होंने भारतीय नौसेना के जवानों से मुलाकात की.  उसके बाद आईएनएस सतपुड़ा …

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एमपी में कांग्रेस मायावती से करेगी गठबंधन, ऐसे बढ़ेगी भाजपा की टेंशन

इस साल के अंत में मप्र समेत देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस ने इन चुनावों को देखते हुए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. इन चारों राज्यों में कांग्रेस अपने लिए मौका देख रही …

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