उत्तरप्रदेश

छपरा के लिए नई ट्रेन अक्टूबर से, रेलवे बोर्ड ने दी नई ट्रेन की सौगात

लखनऊ से छपरा तक की यात्रा करने वाले स्थानीय लोगों के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) को एक और नई ट्रेन की सौगात दी है। रेल बजट में घोषित 15113/15114 नंबर की नई लखनऊ-छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस गोरखपुर के रास्ते सप्ताह में तीन दिन चलेगी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार इस नई ट्रेन का नियमित रूप से संचालन अक्टूबर से शुरू होगा। इस ट्रेन में जनरल के 10, स्लीपर के 6 और एसी थर्ड टियर के 2 कोच लगाए जाएंगे। - 15113 नंबर की एक्सप्रेस ट्रेन लखनऊ जंक्शन से 11 अक्टूबर से प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को चलाई जाएगी। लखनऊ जंक्शन से यह ट्रेन रात 8.25 बजे से रवाना होकर बादशाहनगर से 9.00 बजे से छूटकर बाराबंकी, गोंडा, मनकापुर, बस्ती होते हुए दूसरे दिन रात 2.25 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। यह ट्रेन कप्तानगंज से भोर में 3.15 बजे से, पडरौना से सुबह 4.115 बजे से, तमकुही रोड से 05.02 बजे, थावे से 06.45 बजे से चलकर 10.00 बजे छपरा कचहरी पहुंचेगी। नहीं मिला स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में आरक्षण तो न लें टेंशन, स्कैनिया पहुंचाएगी दिल्ली यह भी पढ़ें - 15114 नंबर की एक्सप्रेस ट्रेन छपरा कचहरी स्टेशन से प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार और रविवार को चलाई जाएगी। यह ट्रेन छपरा कचहरी से शाम 6.00 बजे से रवाना होकर थावे, तमकुही, पडरौना और कप्तानगंज होते हुए दूसरे दिन रात 1.10 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। यहा से चलकर बस्ती से 2.30 बजे से छूटकर मनकापुर, गोंडा और बादशाहनगर होते हुए सुबह 8.15 बजे लखनऊ जंक्शन पहुंचेगी। आठ अक्टूबर तक चलेगी स्पेशल ट्रेन : मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार गोरखपुर के रास्ते लखनऊ जंक्शन से छपरा के बीच चल रही 05065/05066 नंबर की स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का संचलन जारी रहेगा। यह स्पेशल ट्रेन आठ अक्टूबर तक पूर्व निर्धारित तिथि, ठहराव और समय के अनुसार चलेगी। नौ नवंबर से इसका संचलन बंद हो जाएगा। प्रदूषण रोकने में भी मदद करेगा एलडीए, अब करना होगा इन नियमों का पालन यह भी पढ़ें दक्षिण भारत दर्शन ट्रेन दो से : आइआरसीटीसी दो जुलाई से दक्षिण भारत दर्शन यात्र ट्रेन चलाएगा। यह यात्र 11 रात और 12 दिन की होगी। दक्षिण भारत दर्शन ट्रेन दो जुलाई को रवाना होकर वापस 13 जुलाई को आएगी। इस ट्रेन में यात्रियों को तीन समय का शाकाहारी भोजन, स्थानीय भ्रमण और ठहरने के लिए लॉज की व्यवस्था आइआरसीटीसी करेगा। इस यात्र के अंतर्गत मदुरई (मीनाक्षी मंदिर), रामेश्वरम, त्रिवेंद्रम (पदमनाभम मंदिर), कन्याकुमारी, तिरूचिरापल्ली (रंगनाथ स्वामी मंदिर) और रेनूगुंटा (तिरूपति बालाजी मंदिर) के दर्शन कराया जाएगा। स्लीपर क्लास में यात्र का यह पैकेज 11340 रुपये में होगा। इस टेन में लखनऊ के अलावा वाराणसी, जौनपुर, शाहगंज, अकबरपुर, अयोध्या, बाराबंकी, कानपुर और झासी से भी यात्र शुरू करने की व्यवस्था होगी।

लखनऊ से छपरा तक की यात्रा करने वाले स्थानीय लोगों के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) को एक और नई ट्रेन की सौगात दी है। रेल बजट में घोषित 15113/15114 नंबर की नई लखनऊ-छपरा-लखनऊ …

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टोंटी लेकर पहुंचे अखिलेश ने कहा, सरकार बंगला तोड़ने का अारोप लगाकर बदनाम कर रही

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार पर उनको बदनाम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुझे जैसा आवास मिला था मैने वैसा ही सरकार को सौंपा था। हमारे घर छोड़ने के बाद कोई व्यक्ति घर में खुली शर्ट पहनकर इनोवा गाड़ी से गया था उसी ने पूरी स्कि्प्ट रची है। मैं तो उस घर से केवल अपना समान ले गये हैं। अखिलेश ने कहा कि राज्यपाल बहुत अच्छे अादमी हैं उनके ऊपर कभी-कभी 'अारएसएस की अात्मा' आ जाती है तो मैं क्या कर सकता हूं। उनको किसी ने बता दिया कि हमारे घर के निर्माण में 42 करोड़ खर्च हुये। तभी उन्होंने सरकार को पत्र लिखा है। View image on Twitter View image on Twitter ANI UP ✔ @ANINewsUP Wooden flooring along with many things in bungalow are intact. One damaged corner of house was photographed in way to make it look like house was left in a bad state. Log pyaar mein andhe hote honge par jalan aur nafrat mein andhe hote hain yeh meine dekha hai: Akhilesh Yadav 12:22 PM - Jun 13, 2018 108 95 people are talking about this Twitter Ads info and privacy अाज दोपहर सपा कार्यालय में प्रेस वार्ता करते समय अखिलेश यादव नल की कुछ टोटियां लेकर पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं आज सरकार को टोंटी वापस करने आया हूं। हर इंसान अपने हिसाब से अपना घर बनाता है। अगर मुझे कुछ पसंद है तो वो अपने पैसों से करूंगा। दूसरों के पैसों से अपनी पसंद को पूरा नहीं किया जा सकता है। अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर वो घर मिला तो अपने हिसाब से उसे बनाया था। सपा अध्यक्ष ने कहा कि घर की टोंटी कौन निकालता है। नशेड़ी – गंजेड़ी निकालते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को यह देखना चाहिए कि कौन-कौन लोग मेरे जाने के बाद उस बंगले में गए थे। अखिलेश ने साफ कहा कि सीएम योगी के ओएसडी गए थे कि नही। मृत्युंजय नारायण वहां गए थे। जिन्होंने टोंटी ढूंढ ली वहां जाकर वो गांजा भी ढूंढ लेंगे। वहां सब कुछ ऐसा बना था कि वो वापस ले जा सकूं। ऐसी फोटो ली गई कि जहां से घर उजड़ा हुआ दिखे। गुस्से और जलन में अंधे हो गए लोग। अखिलेश यादव ने कहा कि मेरे बैडरूम में कोई तोड़फोड़ नहीं हुई। मेरे बारे में जो भी टीवी पर दिखाया गया, सब गलत है। आलीशान बंगले को खंडहर जैसा बनाने को लेकर सपा-भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप यह भी पढ़ें अखिलेश ने कहा कि हमें अब रिपोर्ट आने का इंतज़ार है। संपत्ति विभाग के लोग इन्वेंट्री क्यों नही लिए थे। एक भी सरकारी चीज गायब हुई तो वापस कर देंगे। ये सरकार हमारे काम से जली-भुनी है। हमने वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेस वे बनाया, हमनें डायल 100 दिया। वर्ल्ड क्लास स्टेडियम दिया। हमनें लैपटॉप दिया हमने लेकिन सब भूल गए। हमने अपने संसाधनों से बच्चों को लैपटॉप दिया लेकिन बीजेपी वाले टोंटी को लेकर हमारे पीछे पड़ गए। मुख्यमंत्री आवास में मैंने जाली लगवाई तो खुद के पैसे से, वहां मंदिर बनवाया, झूमर लाइट अपने पैसे से लगवाए थे। उन्होंने कहा कि सरकार मेरा मंदिर वापस कर दे। मेरी सरकार आएगी तो मैं भी घर दिखाने ले जाऊंगा। अधिकारी तो वही रहेंगे। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मेरा और मायावती जी का आवास खाली करा लिया गया। सुप्रीम कोर्ट का फैसला है लेकिन सरकार साजिश करती है। ये सब उपचुनाव हारने का नतीजा है। फिटनेस चैलेंज पर अखिलेश ने कहा कि मुझसे कोई खेल खेलकर दिखाएं, सबमें हरा दूंगा। आलमबाग बस स्टैंड किस विधायक का सपना था। अखिलेश ने कहा कि हमने तो जनता के लिए मेट्रो बनाई, एक्सप्रेसवे बनाया जो इस सरकार को पसंद नहीं आ रहा है। अखिलेश ने कहा कि दो निर्दोष जिलाधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। जहां खनन हो रहा, वहां सरकार की नजर नहीं जाती है। इसके राज्यपाल रामनाईक ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा राजधानी के चार, विक्रमादित्य मार्ग पर आवंटित सरकारी आवास को खाली करने से पूर्व उसमें की गई तोडफ़ोड़ और क्षतिग्रस्त करने को अनुचित ठहराया था। यह मामला मीडिया तथा जनमानस में चर्चा का विषय है।राज्यपाल ने कहा कि यह नितान्त अनुचित और गंभीर मामला है। पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित किये गए सरकारी आवास राज्य संपत्ति की श्रेणी में आते हैं। इनका निर्माण व रखरखाव सामान्य नागरिकों के विभिन्न प्रकार के करों से होता है। लिहाजा राज्य संपत्ति को क्षति पहुंचाना ठीक नहीं।

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अब केजीएमयू में खुलेगा इग्नू का सेंटर

केजीएमयू में इग्नू का सेंटर स्थापित होगा। साथ ही डिजास्टर मैनेजमेंट के दो कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसमें आपदा प्रबंधन से निबटने के बारे में लोगों को दक्ष किया जाएगा। संस्थान के कलाम सेंटर में मंगलवार को 'आपदा प्रबंधन' को लेकर संगोष्ठी हुई। कार्यक्त्रम की विशिष्ट अतिथि इंदिरा गाधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह ने केजीएमयू व इग्नू के सहयोग से दो नए पाठ्यक्त्रमों के संचालन का दावा किया। उन्होंने कहा कि सर्टिफिकेट इन डिजास्टर मैनेजमेंट व पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट का संचालन किया जाएगा। यह पाठ्यक्त्रम इसी सत्र से शुरू हो जाएगा, जोकि एससी-एसटी के छात्रों के लिए निशुल्क होगा। उन्होंने केजीएमयू में इग्नू का एक सेंटर स्थापित करने की भी बात कही है। मिलकर करना होगा आपदा का सामना : मुख्य अतिथि प्रो. एमएलबी भट्ट ने कहा कि आपदा का सामना केवल सरकारी तंत्र की बदौलत संभव नहीं है। इसके लिए सब लोगों को मिलकर सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि मनुष्य जनित आपदाओं को सावधानी बरतकर रोका जा सकता है, जबकि प्राकृतिक आपदाओं का जोखिम कम किया जा सकता है। जलवायु परिवर्तन से बढ़ा रहा खतरा : ट्रॉमा सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. संदीप तिवारी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन विश्व के लिए खतरा है। इससे हाइड्रो व मेट्रोलॉजिकल खतरे बढ़ रहे हैं। यह पर्वितन प्राकृतिक आपदाओं को बढ़ावा देंगे। ऐसी आपदा से निपटने के लिए लोगों को भी प्रशिक्षित करना होगा, ताकि जोखिम कम किया जा सके। इसके लिए उन्होंने हॉस्पिटल स्टॉफ को प्रशिक्षण देने की जरूरत बताई। साथ ही नेपाल भूकंप आपदा, केदारनाथ, उत्तराखंड आपदा अदि के अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम में डॉ. समीर मिश्र ने कहा कि चिकित्सकीय स्टाफ के लिए आपदा प्रबंधन में दक्ष होना बेहद जरूरी है, चाहें वह किसी भी प्रकार की हो। गरीब मरीजों पर आफत, ट्रामा सेंटर में स्ट्रेचर पर भर्ती बंद यह भी पढ़ें जलवायु परिवर्तन से बढ़ा रहा खतरा : ट्रॉमा सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. संदीप तिवारी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन विश्व के लिए खतरा है। इससे हाइड्रो व मेट्रोलॉजिकल खतरे बढ़ रहे हैं। यह पर्वितन प्राकृतिक आपदाओं को बढ़ावा देंगे। ऐसी आपदा से निपटने के लिए लोगों को भी प्रशिक्षित करना होगा, ताकि जोखिम कम किया जा सके। इसके लिए उन्होंने हॉस्पिटल स्टॉफ को प्रशिक्षण देने की जरूरत बताई। साथ ही नेपाल भूकंप आपदा, केदारनाथ, उत्तराखंड आपदा अदि के अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम में डॉ. समीर मिश्र ने कहा कि चिकित्सकीय स्टाफ के लिए आपदा प्रबंधन में दक्ष होना बेहद जरूरी है, चाहें वह किसी भी प्रकार की हो। इंजीनियर तलब, पंखों की मरम्मत के आदेश : केजीएमयू के वार्डो में पंखे व प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इसको लेकर सीएमएस ने इंजीनियरों को निर्देश जारी कर दिए हैं। मंगलवार को ही इलेक्ट्रीशियन को वार्डो में पंखों की मरम्मत के लिए लगा दिया गया। सीएमएस डॉ. एसएन शखवार ने इंजीनियर एसपी सिंह व अवधेश वर्मा को कार्यालय बुलाया। उन्होंने पंखा व प्रकाश व्यवस्था खराब होने पर नाराजगी जताई। गायब पंखों की जगह पर नए पंखे लगाने के निर्देश दिए। साथ ही सभी वार्डो में इलेक्टिक से जुड़ी समस्याएं शीघ्र दूर करने को कहा। सीएमएस के आदेश के बाद इलेक्ट्रीशियन वार्डो में गए। उन्होंने मरम्मतीकरण का कार्य शुरू किया। रेफरल अस्पताल में 24 घटे मिलेगा रक्त : अब केजीएमयू में किचन वेस्ट नहीं जाएगा कूड़ेदान में, खराब सामग्री से बनेगी खाद यह भी पढ़ें लोहिया संस्थान के शहीद पथ स्थित मातृ-शिशु रेफरल अस्पताल में 24 घटे रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए निदेशक डॉ. दीपक मालवीय ने बताया कि अस्पताल में प्रसव के मामले बढ़ने लगे हैं। रात में गर्भवती के लिए रक्त की जरूरत पड़ने पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अब 24 घटे ब्लड स्टोरेज यूनिट संचालन की जिम्मेदारी दे दी गई है।

केजीएमयू में इग्नू का सेंटर स्थापित होगा। साथ ही डिजास्टर मैनेजमेंट के दो कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसमें आपदा प्रबंधन से निबटने के बारे में लोगों को दक्ष किया जाएगा। संस्थान के कलाम सेंटर में मंगलवार को ‘आपदा प्रबंधन’ को …

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मैनपुरी में प्राइवेट बस अनियंत्रित होकर पलटी, 18 की मौत, 23 घायल, दुखी सीएम ने दी आर्थिक सहायता

जयपुर से सवारियां लेकर छिबरामऊ जा रही स्‍लीपर कोच मैनपुरी जिले के करहल थाना क्षेत्र के गांव कीरतपुर के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। सुबह साढ़े छह बजे हुए इस हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 32 घायल हो गए। मरने वालों में ज्यादातर उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद व कन्नौज जिले के बताए जा रहे हैं। इनमें कई जयपुर में मजदूरी करते हैं और ईद का त्योहार मनाने अपने घर आ रहे थे। अभी तक चार की शिनाख्त हो सकी है। मृतकों में छिबरामऊ (कन्नौज) के दो चचेरे-तहेरे भाई ज्ञानेंद्र और प्रदीप भी शामिल हैं। हादसे की सूचना पर मैनपुरी के जिलाधिकारी प्रदीप कुमार और एसपी अजय शंकर राय मौके पर पहुंच गए है। सभी घायलों को मैनपुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर घायलों को सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। डबल डेकर बस फर्रुखाबाद के मान ट्रांसपोर्ट की है, जो रात पौने नौ बजे जयपुर से फर्रुखाबाद के लिए रवाना हुई थी। इसमें फर्रुखाबाद व कन्नौैज के रहने वाले जरदोजी का काम करने वाले सवार थे। बस में सवारियां इतनी ज्यादा थीं कि कई बस की छत पर भी बैठी थीं। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से बस सुबह छह बजे के आसपास इटावा मार्ग की ओर मुड़ गई। करहल के पास अचानक संतुलन बिगडऩे से बस डिवाइडर से टकराकर पलट गई। बस के पलटते ही छत पर बैठी सवारियां एक के ऊपर एक आकर गिर पड़ीं। साथ ही बस के अंदर के अंदर बैठी सवारियों में भी कोहराम मच गया। खेतों पर काम करने वाले किसानों व राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी और खुद भी राहत कार्य में जुट गई। बस रोजाना जयपुर से सवारियां लेकर फर्रुखाबाद आती है। बस फर्रुखाबाद के मान ट्रांसपोर्ट की है, जो रात पौने नौ बजे जयपुर से फर्रुखाबाद के लिए रवाना हुई थी। इसमें फर्रुखाबाद व कन्नौैज के रहने वाले जरदोजी का काम करने वाले सवार थे। बस में सवारियां इतनी ज्यादा थीं कि कई बस की छत पर भी बैठी थीं। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से बस सुबह छह बजे के आसपास इटावा मार्ग की ओर मुड़ गई। थाना दन्नाहार क्षेत्र के पास स्थित गांव कीरतपुर पर ये हादसा हुआ। आसपास के लोगों ने तुरंत थाना पुलिस को सूचना देकर बचाव कार्य शुरू कराया। इसके बाद कई थानों का फोर्स और करीब 12 एंबुलेंस मौके पर पहुंचकर शवों और घायलों को जिला अस्पताल लेकर पहुंचीं। वहां घायलों का इलाज जारी है। मृतकों की सूची  -प्रदीप (22) पुत्र रामनाथ, निवासी पालपुर, जाफराबाद (कन्नौज, उप्र)  -ज्ञानेन्द्र (19) पुत्र सुमेर सिंह, निवासी पालपुर, जाफराबाद (कन्नौज, उप्र)  -आजाद(30) पुत्र शरफुद्दीन, निवासी अवशेर (कन्नौज, उप्र)  -डिंपी (19)पुत्र अजय सिंह, भरतपुर (फर्रुखाबाद, उप्र) - -अकील (27) पुत्र फारुख याकूब नगर कन्नौज -नंदन 14 निवासी पालनगर छिबरामऊ कन्नौज। -शारुन पुत्र सरफुद्दीन निवासी बावन झाला बिल्हौर कन्नौज। घायलों की सूची  1-मुकुल (22) जेल चौराहा, मैनपुरी कोतवाली  2-चरन सिंह(58)जेल चौराहा, मैनपुरी कोतवाली  3-मुन्नी देवी (45)मेरापुर, फर्रुखाबाद  4-नंदन (15) पता अज्ञात  5-रिजवान (23), कानपुर  6-मुकुल (22), फतेहगढ़, फर्रुखाबाद  7-आदिल 18, गुरसाईगंज, कन्नौज  8-कुंदन (19), जुनैदपुर, गुरसाईगंज, कन्नौज  9-हरीकृष्ण(37),गुरसाईगंज, कन्नौज  10-सुनीता(23), जुनैदपुर, गुरसाईगंज, कन्नौज  11-रचना मिश्रा (30), मोहल्ला खटराना, फर्रुखाबाद  12-तजीर (25), हलकपुरा, फर्रुखाबाद  13-मु. हसन (27)गुरसाईगंज, कन्नौज  14-रघुराज सिंह(35)न्यू बसेरा, आगरा  15-अफरोज(50) सालिगराम, कन्नौज  16-इरशाद(22), इस्माइलपुर, गुरसाईगंज, कन्नौज  17-फरोज (15),गुरसाईगंज, कन्नौज  18-जमील(32), कमालगंज, फर्रुखाबाद  19-शकील (20), तालेग्राम, कन्नौज  20-रेशमा(18), तालेग्राम, कन्नौज  21-रोहित(46)फर्रुखाबाद  22-राजा (65) फर्रुखाबाद 

जयपुर से सवारियां लेकर छिबरामऊ जा रही स्‍लीपर कोच मैनपुरी जिले के करहल थाना क्षेत्र के गांव कीरतपुर के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। सुबह साढ़े छह बजे हुए इस हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 32 …

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ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से कीमती सोलर प्लेट समेत कई उपकरण चोरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही देश को प्रगति पथ पर ले जाने में लगे है, लेकिन चोर उनकी योजना में बाधा बन रहे हैं। वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चली महामना एक्सप्रेस में कीमती नल की टोंटी के साथ अन्य सामान चोरी करने के बाद लोगों ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से भी लाखों के उन उपकरणों को चोरी कर लिया जो उसकी शोभा बढ़ा रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती 27 मई को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्होंने रोड-शो भी किया था। अभी इसके उद्घाटन को एक महीना भी नहीं हुआ कि लाखों के उपकरण चोरी हो गए हैं। एक्सप्रेस वे से उपकरण चोरी की घटनाएं पुलिस के सिर का दर्द बनती जा रही है। कल रात को चोरों ने मवीकलां से सरफाबाद जंगल के बीच करीब दर्जन भर सोलर प्लेट, फव्वारों में लगी टोटियां समेत लाखों का सामान चोरी कर लिया। इसके अलावा चोर यहां से सोलर पैनल, बैटरी, लोहा और अंडर पास की लाइटें आदि सामान चुराकर ले गए। एनएचएआइ के अधिकारी नुकसान की सूची तैयार कर रहे हैं। डासना से कुंडली तक जगह-जगह सामान चोरी किया गया है। चोरी हुए सामान की कीमत लाखों रुपये होने का अनुमान है। यहां हाईटेक पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर ओवरलोड वाहनों को फर्राटा भरने से रोकने के लिए वजन मापक मशीनेंं लगाई जा रही हैं। अभी एक्सप्रेस-वे पूरी तरह से चालू नहीं हुआ, पर रोजाना हजारों वाहन तेज गति से फर्राटा भर रहे हैं। एक्सप्रेस-वे को ओवरलोड वाहनों से बचाने के लिए वजन मापक मशीन लगाने का कार्य शुरू हो गया है। इसकी खास बात यह है कि ओवरलोड वाहनों को मशीन पार करते ही बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। मशीन से ग्रीन सिग्नल मिलने पर ही वाहनों को आगे रवाना किया जाएगा। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक डासना से कुंडली तक जगह-जगह सोलर पैनल चोरी किए गए हैं। इसके अलावा अंडर पास की लाइटें, बैटरी, रंग-बिरंग फव्वारों की टोंटी तक भी चोरी कर ली गई। पिछले करीब 15 दिन में ही लाखों रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। एनएचएआई के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि जो नुकसान हुआ है, उसकी लिस्ट तैयार कराई जा रही है। कितने लाख का नुकसान हुआ है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। सूची बनने के बाद ही सही बताया जा सकता है। मवी कलां गांव के इंटरचेंज पर बनाई गई इंडिया गेट की कैनोपी को भी पिछले दिनों असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। अभी तक यह कैनोपी भी ठीक नहीं कराई गई है। गौरतलब है कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का 27 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। इसके बाद से ट्रायल के तौर पर इसे वाहनों के लिए खोल दिया गया। एक्सप्रेस वे पर वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है, लेकिन पिछले 15 दिन में ही चोरों ने भी एक्सप्रेस-वे से कीमती सामान चोरी करना शुरू कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही देश को प्रगति पथ पर ले जाने में लगे है, लेकिन चोर उनकी योजना में बाधा बन रहे हैं। वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चली महामना एक्सप्रेस में कीमती नल की टोंटी के साथ …

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पीसीएस (प्री) 2017 परिणाम संशोधन पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला सुरक्षित

पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 के परिणाम में संशोधन पर शीर्ष कोर्ट का फैसला 14 जून को आएगा। दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित कर लिया। धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य की याचिकाओं पर मंगलवार को न्यायमूर्ति यूयू ललित और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की खंडपीठ में सुनवाई हुई। मालूम हो कि उप्र लोकसेवा आयोग से जनवरी 2018 में जारी पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 के परिणाम को 120 याचियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। याचियों ने 14 प्रश्नों पर आपत्ति की थी जिसमें कोर्ट ने एक प्रश्न को रद करने व दो के उत्तरों में बदलाव कर आयोग को संशोधित परिणाम जारी करने का निर्देश दिया था। आयोग ने परिणाम तो संशोधित नहीं किया बल्कि शीर्ष कोर्ट में एसएलपी दाखिल कर दी। जिस पर आयोग को कोर्ट से स्थगनादेश मिल गया और उसके बाद ही पीसीएस मुख्य परीक्षा कराने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। मुख्य परीक्षा 18 जून से है। धर्मेंद्र सिंह व अन्य ने शीर्ष कोर्ट में इसी को चुनौती दी है कि आयोग ने हाईकोर्ट के निर्देश का पालन नहीं किया। याचियों का कहना है कि उन सभी को एक या दो नंबर से पीछे रहने के चलते मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिला है, जबकि गलती आयोग की है और हाईकोर्ट ने भी इसे सही माना है। आयोग प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम संशोधित करते तो उन्हें भी मुख्य परीक्षा में शामिल करने का मौका मिल सकता है।

पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 के परिणाम में संशोधन पर शीर्ष कोर्ट का फैसला 14 जून को आएगा। दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित कर लिया। धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य की याचिकाओं पर मंगलवार …

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बंगला विवाद: CM, गवर्नर, मीडिया सबपर बरसे अखिलेश, कहा- मैं जीता तो चिलम ढूंढेंगे अधिकारी

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकारी बंगले में तोड़फोड़ मामले को लेकर मीडिया से मुखातिब हुए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश के हाव-भाव बेहद ही आक्रामक थे, और वो उसी अंदाज में इस मामले को लेकर योगी सरकार, गवर्नर और अधिकारियों पर बरसे. अखिलेश ने सबसे पहले राज्यपाल राम नाइक पर अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने कहा, 'गवर्नर साहब अच्छे आदमी हैं. उन्हें संविधान के हिसाब से बोलना चाहिए, लेकिन कभी-कभी उनके अंदर आरएसएस की आत्मा आ जाती है तो क्या करें.' दरअसल बंगले में तोड़फोड़ मामले पर राज्यपाल ने ही कार्रवाई करने के लिए राज्य की योगी सरकार से सिफारिश की है. उसके बाद अखिलेश इशारों-इशारों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बरसे, अखिलेश ने कहा कि हमें तो पांच साल बाद लखनऊ में घर ढूंढना पड़ा, लेकिन इनको तो कभी भी खोजना पड़ सकता है. ये क्या करेंगे? अखिलेश यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि घर की सुंदरता घर वालों से आती है. मैं चाहता हूं कि हमने जो बंगला खाली किया वो हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को मिलना चाहिए. पूर्व CM ने कहा कि आप थानो से पता करिये कि टोंटिया कौन निकाल ले जाता है. आपसे पहले वहां कौन गया था, किसी और ने तो टोंटिया नहीं निकाली. अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार की शह पर दो अधिकारी मेरे घर पर पहले गए. इसकी जांच होनी चाहिए. अखिलेश ने कहा, 'आज जो अधिकारी बंगले में टोंटी खोज रहे हैं, वही अधिकारी मेरे सत्ता में आने के बाद चिलम खोजेंगे. इसके अलावा अखिलेश ने कहा कि मेरे बंगले में टोंटी टूटी नहीं थी. फिर किसने ये खबर लीक की, आपने उस स्मैकिया को पकड़ा नहीं है.' बीजेपी पर बरसते हुए कहा कि यह हमेशा डिस्ट्रैक्ट के लिए जानी जाती है. अखिलेश ने कहा, 'मैं कई बार बोल चुका हूं, ये एक जेब अफीम रखते हैं. दूसरी जेब में क्लोरोफॉर्म. अब ये जो टोंटी है वो इनका क्लोरोफॉर्म के रूप में सामने आया है. अखिलेश की मानें तो उपचुनावों में हार के बाद से बीजेपी बौखला गई है और उनपर बेवजह बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकारी बंगले में तोड़फोड़ मामले को लेकर मीडिया से मुखातिब हुए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश के हाव-भाव बेहद ही आक्रामक थे, और वो उसी अंदाज में इस मामले …

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अखिलेश पर योगी सरकार का पलटवार, पूछा- दीवार के पीछे क्या छुपाया था?

बंगला विवाद पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सफाई के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि जब चोर की दाढ़ी में तिनका होता है, तो वह बौखलाया रहता है. साथ ही उन्होंने ये भी  सवाल उठाए कि आखिरकार दीवार के पीछे क्या था, वो जरूर बताइएगा. आखिरकार क्या छुपाया था जिसे निकालना जरूरी था? सिद्धार्थनाथ सिंह ने अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो शिक्षा उन्हें मिली है, उस हिसाब से उनकी सभ्य भाषा होनी चाहिए थी. लेकिन उन्होंने ऐसा बर्ताव नहीं किया. उन्होंने कहा कि हम अखिलेश के बयान की भर्त्सना करते हैं और 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे' की संज्ञा देते हैं. अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर उपचुनाव में हार के कारण बंगला साजिश रचने के भी आरोप लगाए, जिस पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि यह 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे'वाली हालत है. अखिलेश ने अपनी सफाई में कहा था कि अगर जांच रिपोर्ट में सरकारी पैसे से सामान की बात साबित हो जाए तो वह वापस करने के लिए तैयार हैं. अखिलेश ने दावा किया है कि वह खुद सामान ले गए थे. इस पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अगर आपने अपना पैसा लगाया है तो उसका इनकम टैक्स में हिसाब किताब देना चाहिए. राज्यपाल पर टिप्पणी गलत सिद्धार्थनाथ सिंह ने राज्यपाल पर अखिलेश यादव की टिप्पणी पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'गवर्नर साहब के बारे में जो टिप्णियां की हैं वो बेहद गलत है. जब कोई सरकारी घर खाली करता है तो उसे अच्छी हालत में छोड़कर जाता है.' अखिलेश यादव ने कहा था कि राज्यपाल संविधान के तहत काम नहीं कर रहे हैं, उनके अंदर आरएसएस की आत्मा है. दरअसल, राज्यपाल राम नाईक ने कहा है कि आम लोगों से वसूले गए टैक्स के पैसों से सरकारी बंगलों का रखरखाव होता है और बंगला खाली करने से पहले की गई तोड़फोड़ बहुत ही गंभीर और अनुचित मामला है, ऐसे में इस पर विधिसम्मत कार्रवाई की जानी चाहिए.

बंगला विवाद पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सफाई के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि जब चोर की दाढ़ी में तिनका होता है, तो वह …

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वाराणसी में रन-वे पर सड़क जैसा दृश्य, आमने-सामने आ गए विमान

लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, बाबतपुर के रन-वे पर आज बिल्कुल सड़क जैसा माहौल बन गया। यहां रन-वे पर दो विमान आमन-सामने आ जाने से खलबली मच गई। पायलट की सतर्कता से आज यहां बड़ा विमान हादसा होने से बच …

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अब डेबिट कार्ड से रेलवे ई-टिकट बनाने पर नहीं लगेगा ट्रांजेक्शन चार्ज

ऑनलाइन ई टिकट बनाने वाले यात्रियों पर अब डेबिट कार्ड से किराए का भुगतान करने पर ट्रांजेक्शन चार्ज का बोझ नहीं पड़ेगा। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) के आदेश पर बैंकों ने टिकट बनाने के लिए अपने ट्रांजेक्शन चार्ज को समाप्त कर दिया है। आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड से टिकट बनाने पर कई बैंक ट्रांजेक्शन शुल्क लेते हैं। क्रेडिट कार्ड पर 1.8 प्रतिशत ट्रांजेक्शन शुल्क लिया जाता है, जबकि डेबिट कार्ड पर अलग-अलग बैंकों की दर तय है। इनमें आइआरसीटीसी के साथ संबद्ध बैंक पहले से ही ट्रांजेक्शन चार्ज नहीं लेते हैं। सिर्फ वही बैंक चार्ज लेते थे, जिनका गेटवे आइआरसीटीसी के पोर्टल से संबद्ध नहीं था। कुछ बैंक 10 रुपये प्रति टिकट ट्रांजेक्शन चार्ज वसूल रहे थे, जबकि कुछ बैंक पांच हजार रुपये तक के टिकट बनाने पर पांच रुपये और इससे अधिक के मूल्य के टिकट बनाने पर 10 रुपये ट्रांजेक्शन चार्ज लेते थे। यात्रियों ने पिछले दिनों आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर टिकट बनाते समय ट्रांजेक्शन चार्ज की दोहरी व्यवस्था की शिकायत की थी। इसके बाद आइआरसीटीसी ने उन बैंकों को पत्र लिखा था, जो यात्रियों से ट्रांजेक्शन शुल्क वसूलते थे। आइआरसीटीसी ने पत्र में बताया कि उसके साथ संबद्ध बैंक ट्रांजेक्शन शुल्क नहीं वसूलते। साथ ही ई-वॉलेट पर भी ट्रांजेक्शन शुल्क नहीं लिया जाता। आरआरसीटीसी के इसी पत्र के बाद अब बैंकों ने ट्रांजेक्शन शुल्क को समाप्त करने की बात कही है। टीटीई का कारनामा, सीटें दो और कन्फर्म टिकट चार के पास यह भी पढ़ें सात लाख टिकट बनते हैं चार्ट बनने के बाद भी ले सकेंगे ई-टिकट यह भी पढ़ें रेलवे में रोजाना एसी और नॉन एसी क्लास के करीब 10 लाख आरक्षित टिकट बनते हैं। इसमें करीब सात लाख टिकट रेल यात्री आइआरसीटीसी की वेबसाइट से बनाते हैं। कुछ बैंक यात्रियों से ट्रांजेक्शन शुल्क लेते हैं। अब उन्होंने इस व्यवस्था को समाप्त कर दिया है। यात्रियों से किसी तरह का ट्रांजेक्शन शुल्क बैंक नहीं ले रहे हैं। इससे यात्रियों को राहत मिलेगी। - सिद्धार्थ सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, आइआरसीटीसी मुख्यालय

 लखनऊ-ऑनलाइन ई टिकट बनाने वाले यात्रियों पर अब डेबिट कार्ड से किराए का भुगतान करने पर ट्रांजेक्शन चार्ज का बोझ नहीं पड़ेगा। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) के आदेश पर बैंकों ने टिकट बनाने के लिए अपने ट्रांजेक्शन …

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