राज्यसभा में कांग्रेस लगातार दबाव डालती रही कि प्रधानमंत्री मोदी को सदन में आकर गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए अपने बयान पर स्पष्टीकरण दें। कांग्रेस सदस्य इस मामले पर नारेबाजी करते रहे और पीएम से माफी की मांग करते रहे।
इस पर उपसभापति एम. वेंकैया नायडू ने विपक्ष और सरकार से इस मामले का मिल-बैठकर हल निकालने की अपील की। हंगामा बढ़ता देख सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा कि मैं अपने सभी सहयोगियों और विपक्ष के नेताओं को बुलाकर इस मुद्दे का समाधान खोजने की कोशिश करूंगा। जेटली के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और सदन की कार्यवाही चल सकी
वहीं हिमाचल प्रदेश और गुजरात में मुख्यमंत्रियों के चयन को लेकर भी बातचीत होने की संभावना है। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक हिमाचल के लिए नेतृत्व फिलहाल तीन नामों जयराम ठाकुर, अजय जांबवाल और जेपी नड्डा के नाम पर विचार कर रहा है। उधर गुजरात में ऐसे माना जा रहा है कि पटेल बिरादरी के नितिन पटेल या पुरुषोत्तम रुपाला को सरकार की कमान दी जा सकती है।
हालांकि चर्चा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के भी नाम हैं और रुपाणी को फिर से कमान दिए जाने की भी चर्चा है। रुपाणी समर्थकों का दावा है कि पीएम ने सोमवार को उनकी अनुपस्थिति में भी गुजरात में विकास कार्य जारी रहने की घोषणा कर रुपाणी पर दोबारा विश्वास जताने का संदेश दे दिया है।