- संसद के बाद सड़क पर घिरी BJP
- लखनऊ में BSP का हल्ला बोल
- राहुल जाएंगे ऊना
नई दिल्ली
गुजरात के ऊना में दलित उत्पीड़न और BSP सुप्रीमो मायावती पर आपत्तिजनक बयान को लेकर विपक्ष BJP को संसद के बाद अब सड़क पर घेरने में जुट गया है। BSP कार्यकर्ताओं ने गुरुवार सुबह लखनऊ में BJP के खिलाफ सड़क पर उतरकर हल्ला बोल दिया। BSP के नेता और कार्यकर्ता मायावती पर खराब कॉमेंट करने वाले दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार गुजरात के ऊना का दौरा करेंगे। आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को ऊना जाएंगे।
BJP पर बरसे BSP के कार्यकर्ता
BJP ने भले ही माया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले यूपी BJP के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया, लेकिन BSP कार्यकर्ताओं का गुस्सा इससे शांत नहीं हुआ। गुरुवार सुबह BSP कार्यकर्ता लखनऊ के हजरत गंज इलाके में बड़ी संख्या में जुटे और दयाशंकर सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान दयाशंकर के खिलाफ कुछ अभद्र नारे भी लगाए गए। BSP के प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे।
वहीं, गुजरात के ऊना शहर में दलित समुदाय के युवकों की निर्मम पिटाई को लेकर राज्य में विरोध-प्रदर्शन तेज हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को ऊना का दौरा करेंगे। वह वहां आंदोलरत दलितों से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि वह राज्य की आनंदीबेन सरकार पर हमला बोल सकते हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी शुक्रवार को ऊना जाएंगे।
ऊना कांड को लेकर राज्य के अलग-अलग जगहों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। इस घटना से नाराज दलित समुदाय ने कई गांवों और शहरों में रैली भी निकाली और सड़क जाम कर कई बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया। सुरेंद्रनगर जिले के वधावन में ट्रेन को रोकने की भी खबर है। दलित युवकों की पिटाई के विरोध में दलित संगठनों की तरफ से बुधवार को बुलाए गए बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। इस बीच, गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने राजकोट अस्पताल में इस घटना के पीड़ितों से और उना में उनके परिवार वालों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी आश्वासन दिया।
गिर-सोमनाथ जिले के ऊना में कथित तौर पर गाय की खाल निकालने पर दलित समुदाय के मेंबर्स की पिटाई के खिलाफ दलित संगठन पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात के कुछ हिस्सों में बंद पूरी तरह से कामयाब रहा। इन इलाकों में पत्थरबाजी, संपत्तियों और बसों को नुकसान पहुंचाने और सड़कों को जाम करने की घटनाएं भी हुईं।
जूनागढ़, भावनगर, अमरेली और सौराष्ट्र के छोटे शहरों के अलावा पाटन और अरावली जिले में भी बंद सफल रहा। पोरबंदर में एक प्राइवेट बस जला दी गई, जबकि सौराष्ट्र इलाके में कई बसों को नुकसान होने की खबर है। राज्य प्रशासन ने एहतियातन के तौर पर कई रूटों पर राज्य ट्रांसपोर्ट की बसों को बंद कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने सौराष्ट्र में कई स्टेट और नैशनल हाइवे को भी जाम कर दिया। भावनगर-सुरेंद्रनगर रूट पर वधावन के पास प्रदर्शनकारियों ने एक मालगाड़ी को भी रोक दिया।