बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की ऑनस्क्रीन मां तो आपको याद ही होगी। जी हां… हम बात कर रहे हैं निरूपा रॉय की। बॉलीवुड की संजीदा कलाकार निरूपा रॉय का आज जन्मदिन है.।
निरूपा राय का जन्म 4 जनवरी 1931 को गुजरात के बलसाड़ में एक गुजराती परिवार में हुआ था। उनके पिता रेलवे में काम किया करते थे। महज चौथी तक ही पढ़ाई की. इसके बाद ही निरूपा राय की शादी मुंबई में काम कर रहे राशनिंग विभाग के कर्मचारी कमल राय से हो गई और वो मुंबई आ गई।
निरूपा रॉय ने फिल्मों में अपने करियर की शुरूआत साल 1946 में आई गुजराती फिल्म ‘गणसुंदरी’ से की। वहीं बॉलीवुड में उन्होंने 1949 में आई हिंदी फिल्म ‘हमारी मंजिल’ से कदम रखा। इसके बाद 1951 में आई फिल्म ‘हर हर महादेव’ में उन्होंने पार्वती को रोल निभाया, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया। फिर जब वो ‘वीर भीमसेन’ में पार्वती के रोल में सामने आईं तो लोग उनके एक्टिंग के दिवाने हो गए। निरूपा रॉय की पहचान भले ही आज बॉलीवुड में एक मां के रोल के लिए जानी जाती हैं, लेकिन उनके फिल्मी करियर में वो एक्शन रोल में भीदिखाई दी हैं। दरअसल, 1951 में आई ‘सिंदबाद दी सेलर’ में निरूपा रॉय तलवार चलाती और मारधाड़ करती दिखाई दी है. इसके बाद 1953 में आई बिमल राय की ‘दो बीघा जमीन’ ने फिल्मी करियर में चांद लगा दिया।
वहीं फिल्मी जगत में उनकी छवि मां के रोल में बेहद अहम रही है। साल 1975 में आई फिल्म ‘दीवार’ निरूपा रॉय के लिए खास रही है. इस फिल्म में उन्होंने अमिताभ बच्चन और शशि कपूर की मां का रोल निभाया है। इसके बाद बॉलीवुड में उनकी छवि बिग बी मां के रूप में ही बन गई। इसके बाद निरूपा रॉय अमिताभ बच्चन की मां के रोल में खून पसीना’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘अमर अकबर एंथोनी’, ‘सुहाग’, ‘इंकलाब’, ‘गिरफ्तार’, ‘मर्द’ और ‘गंगा-जमुना-सरस्वती’ जैसी फिल्मों में दिखाई दीं। बता दें कि आखिरी बार निरूपा रॉय ‘लाल बादशाह’ फिल्म में अमिताभ बच्चन की मां के रोल में दिखाई दीं और 13 अक्टूबर 2004 को वो इस दुनिया को अलविदा कह गईं।