अररिया। पूर्णिया प्रमंडल में योजनाओं के क्रियान्वयन के आवंटित हुए 2,273 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं मिल रहा है। यह अव्यवहृत राशि है, जो 1990 के दशक से अब तक आवंटित हुई पर खर्च नहीं की जा सकी। राज्य सरकार ने इस पर संज्ञान लिया है।मामले में वित्त विभाग के प्रधान सचिव ने 31 दिसंबर तक इस राशि को जिला कोषागार में जमा कराने का आदेश दिया था।
प्रधान सचिव ने यह आदेश गत 13 दिसंबर को जारी किया था। इसके छह दिन बाद ही पूर्णिया के प्रमंडलीय आयुक्त टीएन बिंधेश्वरी ने चारों जिलों के डीएम को राशि जमा कराने कहा था। महीने भर बीत जाने के बाद भी अररिया जिला में मात्र 27 करोड़ रुपये जमा कराए जा सके हैं। कटिहार में 11 दिसंबर तक लगभग 447 करोड़ के सापेक्ष 5.27 करोड़, पूर्णिया में 479 करोड़ के सापेक्ष 2.48 करोड़, किशनगंज में 515 करोड़ के सापेक्ष एक भी रुपये जमा नहीं कराए गए हैं।
अररिया जिला के विभिन्न विभागों में 1990 से अब तक अव्यवहृत राशि पड़े रहने की जानकारी अधिकारियों को फाइल खंगालने से मिली है। जिला कल्याण विभाग ने अब तक 20 करोड़ रुपये जमा कराया है। आइसीडीएस ने सवा एक करोड़ रुपये जमा किया है।इसके बावजूद विभिन्न विभागों में 806 करोड़ रुपये का अता-पता नहीं है।