मुंबई गलत तरीके से नोट बदलने को लेकर बीते एक हफ्ते से एक्सिस बैंक सुर्खियों में है। बैंक की चांदनी चौक ब्रांच में नोटबंदी के बाद 450 करोड़ों रुपए जमा करने का खुलासा हुआ।
खबर मिलने के बाद शुक्रवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने रेड मारी थी। रिकॉर्ड खंगालने पर 44 फर्जी अकाउंट्स भी सामने आए। जिनमें 100 करोड़ रुपए डिपॉजिट किए गए थे। अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार 5 बैंक अफसरों से पूछताछ कर रहा है।
Q. बैंक के दो अधिकारी, सीए गिरफ्तार हुए हैं?
A. शिखा- हमारी 3 हजार से अधिक शाखाओं में 50 हजार से ज्यादा लोगों ने 3 हफ्ते में करीब 70 लाख खाताधारकों को सेवाएं दी हैं। रात 10-11 बजे तक काम चलता है। दो ब्रांच में गड़बड़ी की बात सामने आई। इससे हम भी दुखी और नाखुश हैं। उन पर कड़ी कार्रवाई की है। इंटरनल विजिलेंस टीम सभी ट्रांजेक्शन पर नजर रख रही है। अभी तक 24 कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। और भी शाखाओं की जांच शुरू की है।
Q. बैंक से पहले सरकार को पता चल गया?
A. शिखा- हमें कैसे पता चलेगा। करंसी बदलने का दुनिया का सबसे बड़ा काम पहली बार हुआ है। क्या होगा, क्या नहीं होगा, इसका कैसे अनुमान लगा सकते हैं? पहले ऐसी गड़बड़ी हुई नहीं। हम सोच भी नहीं सकते थे। लेकिन पता लगते ही जो किया, वह अहम है। हमने ईडी से सूचना मिलते ही कार्रवाई की है।
Q. आप मानती हैं कि इससे बैंक की प्रतिष्ठा को धक्का लगा है?
A. शिखा-इससे फर्क नहीं पड़ता कि वे कितने कर्मचारी हैं, दो लोग हैं, 10 हैं या 20 हैं। उनके गलत काम से बैंक की प्रतिष्ठा खराब हुई है, लेकिन हम बाउंस बैक करेंगे।
Q. अभी बैंक खाताधारकों को क्या सेवाएं दे रहा है?
A. शिखा- नोट बंदी के बाद से खाताधारकों के 60 हजार करोड़ रुपए जमा हुए, जबकि 10 हजार करोड़ रुपए निकाले गए। हमारी एक हजार शाखाओं में वाई-फाई है। यहां लोगों को मोबाइल के जरिये बैंकिंग की जानकारी दी गई है। बिना नकदी के कैसे लेन-देन करना सिखा रहे हैं। मोबाइल, एटीएम और माइक्रो एटीएम से अस्पताल, मंडियों और सरकारी दफ्तरों में विशेषतौर पर सेवाएं मुहैया कराईं। इसी के साथ रूरल एरियाज में पॉइंट ऑफ सेल (पॉस) मशीनें भी दी हैं।
Q. 70 फीसदी एटीएम से पैसा नहीं मिल रहा है। स्थिति में कब तक सुधार होगा?
A. शिखा- एक्सिस बैंक के 13 हजार से अधिक एटीएम में से करीब सभी रीकैलिब्रेट कर लिए गए हैं। जैसे-जैसे हमें नकदी मिलती है, हम एटीएम में पहुंचाते हैं। प्रॉब्ल्म नकदी मिलने की ही है। तीन-चार हफ्ते बाद स्थिति नॉर्मल हो सकती है।