जी हैं, ये खबर कोई मनगढ़ंत नहीं बल्कि हकीकत है. गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ समय से गांधी परिवार की दोनों बहुओं ( सोनिया और मेनका ) की बीच एक बार फिर से पारिवारिक प्रेम पनप रहा है और दोनों आपसी शिकवे गिले भुलाकर पुनः एक होने को आतुर हैं.मोदी की कैबिनेट में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का पदभार देख रही मेनका और वरुण गांधी ( सांसद ) भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़ कर कांग्रेस का दामन थामने जा रही हैं.
बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थामेंगे मेनका और वरुण
गौरवतलब ये है कि पिछले दिनों मेनका गांधी ने सार्वजानिक मंच से अपनी जेठानी सोनिया गांधी की जमकर तारीफ की थी और वरुण गांधी भी अपनी पारिवारिक बहन प्रियंका गांधी की तारीफों के पुल बांधते नजर आये थे. ये दोनों गांधी परिवार के फिर से एक होने के पीछे कई कारण बताये जा रहे हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि बीजेपी में वरुण और मेनका को वो सम्मान और पद नहीं मिल सका जिसकी उन्हें दरकार थी.
मेनका गांधी अपने पुत्र वरुण गांधी को यूपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर देखना चाहती थी लेकिन पार्टी आलाकमान ने उनके अरमानों पर पानी उड़ेल दिया. इसी से खिन्न होकर वो अपनी पारिवारिक राजनीतिक पार्टी ( कांग्रेस ) में शामिल होने जा रही हैं. ऐसा भी सुनने में आ रहा है कि सिर्फ मेनका और वरुण को ही कांग्रेस की जरुरत नहीं है बल्कि कांग्रेस को भी इनकी जरुरत है. कांग्रेस की डूबती नैया को देखते हुए सोनिया और राहुल ने भी मेनका और वरुण से वापस आने का अनुरोध किया था.
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न्यूज़ मंथन . काम