बीजिंग। चीन चांद पर रोबोट स्टेशन स्थापित करने की योजना पर काम कर रहा है। इससे चंद्रमा के संबंध में बड़े अनुसंधान में मदद मिल सकेगी। यह चंद्रमा की भौगोलिक संरचना के अध्ययन को आगे बढ़ाएगा। इस स्टेशन पर सौर ऊर्जा से चलने वाला जेनरेटर स्थापित किया जाएगा। इसकी ऊर्जा दक्षता लूनर रोवर्स (चांद की सतह पर घूमने में सक्षम) के मुकाबले अधिक होगी।
पेकिंग यूनिवर्सिटी के जिआओ वेइजिन ने बताया कि स्टेशन स्थापित हो जाने से चांद पर पाए जाने वाले पत्थरों के नमूनों को पृथ्वी पर लाने की लागत भी घटेगी। इसके अतिरिक्त आने वाले वर्षों में चीन चांद पर स्थायी स्टेशन बनाने के साथ ही मंगल ग्रह पर पहुंचने के कई मिशन लांच करने वाला है।
चीन वर्ष 2030 तक अपने लूनर लैंडिंग प्रोग्राम के तहत सौ टन से ज्यादा का भार सह सकने वाला रॉकेट लांच करेगा। वहीं चांद के अंधेरे क्षेत्र की जांच पड़ताल करने के लिए अगले साल चेंज ई-4 और पृथ्वी पर पत्थरों के नमूने पहुंचाने के लिए चेंज ई-5 लांच किया जाएगा।
इन दोनों मिशन के बाद चांद के दक्षिणी ध्रुव की जानकारी जुटाने के लिए तीन और मिशन लांच होंगे। चीन अपना मंगल ग्रह मिशन पांच मार्च 2020 से शुरू करेगा जिसके तहत लाल ग्रह पर एक रोवर भी तैनात किया जाएगा।
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