स्थिति के तनावपूर्ण रहने के कारण सेना अब भी राजधानी हरारे की सड़कों पर तैनात है. स्थानीय अधिकारी संकट को लेकर बैठक कर रहे हैं जबकि नागरिक समाज समूहों और जिम्बाब्वे में चर्चों ने शांति की अपील की है. कई सिविल सोसायटी समूहों ने एक संयुक्त बयान में मुगाबे से अनुरोध किया है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से अपने पद से हट जाए तथा उन्होंने सेना से तुरंत कानून एवं व्यवस्था बहाल करने तथा संविधान का सम्मान करने के लिए कहा. व्यापार संघों ने कर्मचारियों से अपने-अपने काम पर जाने का आग्रह किया है.

इस बीच जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे ने उस सैन्य कमांडर से मुलाकात की जिसने उनको नजरबंद कर रखा है. सरकारी अखबार ‘जिम्बाब्वे हेराल्ड’ ने इस मुलाकात की तस्वीर प्रकाशित की है, लेकिन इसका ब्यौरा नहीं दिया। उधर, दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा कि जिम्बाब्वे में राजनीतिक समाधान बहुत जल्द स्पष्ट हो जाएगा. मुगाबे सेना की हिरासत में हैं और हाल ही में बर्खास्त किए गए उपराष्ट्रपति एमरसन मनांगाग्वा के बारे में कोई जानकारी नहीं है जो पिछले सप्ताह देश छोड़कर भाग गए थे.