नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन से पहले समूचे ढांचे में सुधार के लिए वैश्विक समर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे। ट्रंप को संयुक्त राष्ट्र के आलोचक के तौर पर जाना जाता है। भारत और विश्व निकाय के कुछ और सदस्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विस्तार और उसमें सुधार करने की मांग कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र में इन सुधारों के प्रस्ताव को लेकर ट्रंप विश्व के नेताओं के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस बैठक में हिस्सा लेंगी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एच. आर. मैकमास्टर ने कहा कि बैठक के दौरान ट्रंप महासचिव (एंतोनियो) गुतारेस के सुधार प्रयासों के लिए समर्थन व्यक्त करेंगे। उन्होंने पिछले हफ्ते वाशिंगटन में संवाददाताओं से कहा था, संयुक्त राष्ट्र बेशक अपनी स्थापना के मकसदों को पूरा करने में पूरी तरह सक्षम है, लेकिन तब, जब वह ज्यादा प्रभावी ढंग से और कुशलता से काम करे।
मंगलवार को ट्रंप महासभा को संबोधित करेंगे जिस दौरान वह उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षा और सीरिया संकट जैसे वैश्विक मुद्दों पर बात करेंगे। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने शनिवार को कहा था कि भारत चाहता है कि यह सुधार व्यापक और सभी को शामिल करने वाले होने चाहिए। संयुक्त राष्ट महासभा के 72वें सत्र में 172 से ज्यादा मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।