एनसीईआरटी की करीब 200 किताबों में कमियों की शिकायत परिषदको कुछ दिन पहले मिली थी. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2005 के आधार पर इन किताबों का प्रकाशन हुआ था. शिक्षकों को मिले 2500 सुझावों की समीक्षा की गई थी, जिसमें से 1300 से ज्यादा को अपडेट कर दिया गया है.एनसीईआरटी का कहना है कि सभी पुस्तकें काफी समय पहले लिखी गई थी और अब इन्हें अपडेट करने की जरूरत है.
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बता दें, एनसीईआरटी ने पुस्तकों में लगातार हो रही गलतियों को देखते हुए भी कदम उठाया है. कक्षा पहली से 12वीं कक्षा में संबद्ध सभी विषय क्षेत्रों के लिये विकसित अपनी पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा की गई थी और 30 जून 2017 तक शिक्षकों आदि से सुझाव मांगे गए थे.इससे पहले एनसीईआरटी की 54वीं काउंसिल बैठक में दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने किताबों को लेकर एक समीक्षा रिपोर्ट पेश की थी. इस रिपोर्ट में सिसोदिया ने किताबों के कुछ चैप्टर, प्रेजेंटेशन और भाषा पर आपत्ति जताई थी.