New Delhi: 9वीं क्लास में पढ़ने वाले एक भारतीय लड़के का कारनामा देख दुनिया के लोग दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर हो गए हैं। मात्र 14 साल की उम्र में ये लड़का पायलट बन चुका है। कनाडा की एएए एविएशन फ्लाइट एकैडमी ने बकायदा उसे इस उपलब्धि का प्रमाण पत्र भी दिया है। हैरत की बात यह है कि सिर्फ 25 घंटे की ट्रेनिंग के बाद इस लड़के ने अकेले पूरा प्लेन उड़ाया।
इस बच्चे का नाम मंसूर अनीस है और अपने परिवार के साथ यूएई में रहता है। मूल रूप से भारतीय अनीस ने यह उपलब्धि कनाडा में एक इंजन वाले प्लेन को उड़ाकर हासिल की। अनीस ने करीब दस मिनट तक प्लेन उड़ाया। शारजाह के रहने वाले सिविल इंजीनियर अली और केमिस्ट्री टीचर मुनीरा का पुत्र अनीस शाहरजाह के दिल्ली पब्लिक स्कूल का स्टूडेंट भी है।
देखिये प्लेन उड़ाने के कारनामे का वीडियो
9वीं क्लास में पढ़ने वाले अनीस को पिछले हफ्ते कनाडा की एएए एविएशन फ्लाइट अकादमी ने इस उपलब्धि का प्रमाण पत्र दिया। प्रमाण पत्र में लिखा है, ‘अनीस ने 14 साल की उम्र में लेंगले रीजनल एयरपोर्ट से सफलतापूर्वक विमान उड़ाकर अपनी पहली एकल उड़ान पूरी की।’
इसके साथ ही मंसूर को इसके साथ ही स्टूडेंट पायलट का परमिट भी मिल गया है। शारजाह के दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले मंसूर ने जर्मनी और अमेरिका के सबसे कम उम्र वाले पायलटों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। एएए एविएशन की तरफ से कहा गया है कि 15 साल के जर्मन पायलट, जबकि 14 साल के अमेरिकी पायलट के नाम आज तक रिकॉर्ड दर्ज था, जिन्होंने 34 घंटे की ट्रेनिंग के बाद प्लेन उड़ाया था, लेकिन मंसूर ने सिर्फ 25 घंटे की ट्रेनिंग के बाद प्लेन उड़ाया। उसकी मां मुनीरा बताती हैं कि मंसूर के मामा जेट एयरवेज में पायलट हैं… उन्हें देखकर मंसूर प्रेरित हुआ।