नीम को आयुर्वेद में बहुत ही उपयोगी औषधि माना गया है. नीम का प्रयोग अनेक रोगों में चमत्कारी असर दिखाता है. नीम के उपयोग से कई लाइलाज बीमारियों को ठीक किया जा सकता है. आईये आज हम आपको बताते हैं नीम के कुछ ऐसे प्रयोग जो दिखा सकते हैं निम्नलिखित समस्याओं में जादुई असर.नीम के फ़ायदे
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नीम का प्रयोग घाव, दाद, रक्त्शोधन में बेहद लाभकारी होता है. इसकी पत्तियों का रस भी बहुत गुणकारी माना जाता है. नीम का जूस शरीर की रंगत निखारने में असरदार है,
- नीम की पत्तियों के रस और शहद को 2:1 के अनुपात में मिलाकर पीने से पीलिया की बीमारी में बहुत लाभकारी माना जाता है. इस जूस को कान में डालने से कान से जुड़ी परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है. इसके अलावा नीम जूस डायबिटीज़ के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है. इसके जूस का नियमित सेवन ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल में रखता है.
- नीम जूस पीने से शरीर की गंदगी निकल जाती है. इससे बालों की क्वालिटी, त्वचा और पाचन तंत्र अच्छा हो जाता है. नीम का रस मलेरिया जैसी बीमारी में भी बेहद फायदेमंद होता है. यह वायरस को बढ़ने से रोकता है और लीवर के कार्य करने की क्षमता को मजबूत बनाता है.
- प्रेगनेंसी के दौरान नीम का रस योनी के दर्द को कम करता है. कई प्रेग्नेंट लेडीज़ लेबर पेन से मुक्ति पाने के लिए नीम रस से मसाज करती हैं. गर्भाशय और उसके आस-पास का सूजन इसके मसाज से उतार जाता है. इसके अलावा भूख लगनी शुरू हो जाती है, दस्त साफ़ होता है और बुखार नहीं आता. बुखार आता भी है तो टेम्परेचर ज़्यादा नहीं होता.
- नीम के रस की दो बूंदें आंखों में डालने से आंखों की रौशनी बढती है. कंजंगक्टवाइटिस की समस्या से भी यह निज़ात दिलाता है. यह बुरे कॉलेस्ट्रोल को कम या नष्ट कर देता है. इतना ही नहीं, नीम का महीमे में 10 दिन तक सेवन दिल की बीमारी से भी दूर रखता है.