गुरु पूर्णिमा पर तीर्थ यात्रा पर निकलीं सोनमबेन पडियार ने पुल गिरते ही अपने पति, बच्चों और पोतों को पानी में समाते देखा। गाड़ी के पिछले हिस्से में अकेली बची सोनमबेन के दिल में परिवार को बचाने की असमर्थता का गहरा दर्द घर कर गया। हादसे से बचे दिलीप सिंह ने भी पुल टूटने के भयानक पल याद किए, जब जिंदगी अचानक मौत में बदल गई।
गुरु पूर्णिमा पर परिवार के साथ तीर्थ पर निकलीं सोनमबेन पडियार (46) को नहीं पता था कि उनकी आंखों के सामने पूरा परिवार खत्म हो जाएगा। पुल हादसे में उन्होंने अपने पति, बेटे-बेटी, दामाद और दो मासूम पोते-पोतियों को पानी में समाते देखा। गाड़ी के पिछले हिस्से में बैठीं सोनमबेन इस परिवार में अकेली बचीं, लेकिन उनके दिल में परिवार को बचाने में असमर्थता का दर्द हमेशा के लिए घर कर गया।
हादसे में बच गए लोगों ने उस खौफनाक पल को याद किया, जब पलक झपकते ही जिंदगी मौत में बदल गई। रात की शिफ्ट के बाद घर लौट रहे दिलीप सिंह ने बताया, मुश्किल से पुल पर 100 मीटर ही चला था कि मुझे कंपन महसूस हुआ और अचानक पुल का ढांचा ढह गया। मैंने खुद को नदी में गिरते हुए पाया। उन्होंने किसी तरह एक छड़ को पकड़कर जान बचाई।
गुजरात में पुल टूटा, चलती गाड़ियां नदी में गिरीं
गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर चार दशक पुराने पुल का एक हिस्सा टूटने से छह गाड़ियां नदी में गिर गईं और 13 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक ही परिवार के छह सदस्य, जबकि एक बच्चा व उसका भाई भी शामिल है। नौ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इनमें से पांच को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह पुल वडोदरा को आणंद से जोड़ता था। वडोदरा कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि मध्य गुजरात को सौराष्ट्र क्षेत्र से जोड़ने वाले गंभीरा पुल का 10 से 15 मीटर का स्लैब ढह गया।
उस समय वहां से गुजर रहे दो ट्रक, दो वैन, एक ऑटोरिक्शा और एक बाइक नदी में गिर गए। एक ट्रक मुहाने पर ही अटक गया। नदी में गिरे बाइक सवार तीन लोग खुद तैरकर बाहर निकल आए। एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमों ने नावों और तैराकों के साथ बचाव एवं राहत अभियान चलाया। सीएम भूपेंद्र पटेल ने सड़क एवं भवन विभाग व विशेषज्ञ निजी इंजीनियरों को घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे के कारणों की जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
दो खंभों के बीच गंभीरा पुल का पूरा स्लैब ही गायब
गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा, पुल का निर्माण 1985 में हुआ था। समय-समय पर इसका रखरखाव किया जाता था। उन्होंने कहा, घटना के पीछे के सटीक कारण की जांच की जाएगी। तस्वीरों में दो खंभों के बीच पुल का पूरा स्लैब गायब दिखाई दे रहा है। लगभग 900 मीटर लंबे गंभीरा पुल में 23 खंभे हैं।
बताया जा रहा है कि इस पुल की पिछले साल ही मरम्मत की गई थी। पुल पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए सरकार ने तीन महीने पहले 212 करोड़ रुपये की लागत से एक नए पुल को मंजूरी दी थी। इस पुल के डिजाइन व टेंडरिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
पीएम मोदी ने जताया दुख, मृतकों के परिजनों को छह लाख की मदद
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख और घायलों के लिए 50 हजार रुपये की मदद का एलान किया। मुख्यमंत्री पटेल ने मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख और घायलों को 50 हजार रुपये की मदद का एलान किया।