केरल में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के बाद राजनीतिक तनातनी के माहौल में आज वित्त मंत्री अरुण जेटली तिरुअनंतपुरम पहुंचे. जेटली ने आरएसएस कार्यकर्ता राजेश के परिवार से मुलाकात की, जिसकी 29 जुलाई को हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप सीपीआई-एम और सीपीएम के कार्यकर्ताओं पर लगाया जा रहा है.
जेटली ने राजेश के परिजनों से मुलाकात के बाद ऐसे हमलों की निंदा की और कहा कि ऐसी जघन्य हरकत तो देश के दुश्मन भी नहीं करते. उन्होंने ये भी कहा कि राजेश के बलिदान से पार्टी का हर कार्यकर्ता प्रेरणा लेगा. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से इस मुश्किल वक्त में राजेश के परिजनों के साथ खड़े होने की अपील की. जेटली जयप्रकाश नाम के उस कार्यकर्ता के घर भी जाएंगे जो आठ महीने पहले सीपीएम कार्यकर्ताओं के हमले में गंभीर रूप से जख्मी हो गया था.
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कल ही हुई थी लेफ्ट और बीजेपी-आरएसएस की बैठक
गौरतलब है कि जेटली का दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है जबकि आज ही इस मुद्दे पर केरल के मुख्यमंत्री पिनयारी विजयन ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इससे पहले कुन्नूर में राजनीतिक हत्याओं को लेकर कल ही सीपीआईएम और बीजेपी-आरएसएस के नेताओं की मुलाकात हुई थी और मुलाकात के बाद दोनों पक्षों ने कहा था कि वे अगले 10 दिन में अपने पार्टी काडर को कहेंगे कि वो किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि में शामिल न हो.
जेटली के दौरे पर लेफ्ट के सवाल
इसी बीच उन सीपीएम कार्यकर्ताओं के परिजन राजभवन के सामने धरना दे रहे हैं जो ऐसे ही राजनीतिक हिंसा का शिकार होकर मारे गए या घायल हुए. जेटली का राजनीतिक हत्याओं में एक पक्षीय लोगों से मिलना भी सवालों के घेरे में है. इरनहोली पचायत की अध्यक्ष ए के रमैया ने जेटली को एक खुला पत्र लिखकर मांग की है कि वो उनके परिवार से भी मिलें क्योंकि वो भी राजनीतिक हिंसा का शिकार हुए हैं. गौरतलब है कि रमैया के पति श्रीजन बाबू एक कातिलाना हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. ये हमला 3 जुलाई को हुआ था और इसका आरोप आरएसएस कार्यकर्ताओं पर है.