इंजीनियर बनने की इच्छा रखने वाले छात्र 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद बेहतर से बेहतर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने की योजना बनाते हैं।
इसके लिए वो अच्छे कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम में हिस्सा लेते हैं। कई छात्र तो ज्यादा पैसे खर्च कर प्राइवेट कॉलेजों के माध्यम से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद आप इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू कर सकते है। इसके लिए छात्रों को पॉलीटेक्निक का कोर्स करना होगा।
इस कोर्स के माध्यम से छात्र बीटेक किए हुए कैंडीडेट्स की तरह सैलरी कमा सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं पॉलीटेक्निक के माध्यम से इंजीनियर बनने से कुछ साल भी बच जाते हैं। 12वीं के बाद बीटेक करने के लिए 4 साल का कोर्स करना पड़ता है लेकिन अगर 10वीं के बाद पॉलीटेक्निक का कोर्स करते हैं तो उसके बाद सिर्फ तीन साल का डिप्लोमा करना होगा जिससे छात्रों के तीन साल बच जाएंगे। आपको बता दें कि देश में राज्य स्तर पर सरकारी, निजी और महिला पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट हैं।
पॉलिटेक्निक से जुड़ें सभी टेक्निकल कोर्स ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) द्वारा कराए जाते हैं। अगर किसी भी छात्र ने 10वीं में 50 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हैं तो वो पॉलीटेक्निक इंस्टीट्यूट में एडमिशन ले सकते हैं। साथ ही ये कोर्स 12वीं के बाद भी कर सकते हैं जो कि दो साल का होता है। अगर आप 10वीं के बाद यह कोर्स करते हैं तो आपको 3 साल का कोर्स करना होगा जबकि 12वीं के बाद 2 साल का कोर्स होगा। यह कोर्स इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के रूप में जाना जाता है।