New Delhi: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर अमेरिका काफी सतर्कता और करीब से निगाह बनाए हुए है। ट्रंप प्रशासन ने शुक्रवार को तनाव को कम करने के लिए दोनों एशियाई देशों से सीधे तौर पर वार्ता का आग्रह किया है।अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नार्ट ने बताया, ‘हम दोनों देशों की मौजूदा स्थिति को काफी सर्तकता के साथ करीब से देख रहे हैं।‘ ब्रिक्स देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ 27 व 28 जुलाई को मीटिंग के लिए अजीत डोभाल के बीजिंग दौरे के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देश आपस में बात करने वाले हैं। उन्होंने आगे कहा कि तनावों को कम करने के लिए हम उन्हें आपसी बातचीत के लिए प्रोत्साहित करेंगे।भारत ने गुरुवार को बताया कि वह चीन से वार्ता के लिए तैयार है लेकिन पहले दोनों ओर से तैनात किए गए सेना को हटाया जाए ताकि सिक्किम सेक्टर में इससे जारी तनावपूर्ण हालात में कमी हो।चीन ने जवाब दिया कि भारत के साथ राजनयिक संबंध जारी रहें लेकिन दोहराया कि ‘अर्थपूर्ण वार्ता’ के लिए उनकी पहली शर्त डोकलाम इलाके से भारतीय सैनिकों की वापसी है। बता दें कि सड़क निर्माण के से चीन को भारतीय सैनिकों द्वारा रोके जाने पर चीन और भारत के जवान डोकलाम में आमने-सामने तैनात किए गए हैं।
भारत की चिंता का विषय यह है कि इस सड़क के निर्माण से अपने उत्तर पूर्व राज्यों में भारत की पहुंच खत्म हो सकती है। इस बारे में चीन को भारत ने जानकारी दी थी कि सड़क निर्माण से मौजूदा स्थिति में बदलाव हो जाएगा।