प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर भाजपा, आरएसएस और राज्य सरकार अब सक्रिय मोड में आ गए हैं। हिंदू समाज में जातिगत विभाजनों को कम करते हुए व्यापक एकजुटता बनाने की रणनीति पर शीर्ष नेतृत्व ने सोमवार को सीएम आवास पर विस्तृत चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, चर्चा का सबसे अहम मुद्दा जनवरी में लखनऊ में प्रस्तावित बड़े हिंदू सम्मेलन की तैयारियां रही। शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित होने जा रहे इस आयोजन में मुख्यमंत्री योगी को हिंदुत्व के प्रमुख चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट किए जाने के संकेत हैं।
दो घंटे चली बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष भी थे। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार, पश्चिम के क्षेत्र प्रचारक महेंद्र कुमार, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह भी शामिल रहे। अगस्त 2024 के बाद यह पहली विशेष समन्वय बैठक थी, जिसने मिशन 2027 को लेकर पार्टी की सक्रियता को स्पष्ट किया है।
संघ के ‘पंच प्रण’ और सम्मेलन की तैयारी
जनवरी में होने वाले सम्मेलन में आरएसएस के पंच प्रण सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण और नागरिक कर्तव्य को जन-जन तक पहुंचाने पर जोर रहेगा। शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों के तहत संघ का मुख्य फोकस जातियों में बंटे हिंदू समाज को एक मंच पर लाना है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री भी घुसपैठ और अन्य हिंदू हितों से जुड़े मुद्दों पर मुखर भूमिका निभा रहे हैं।
एसआईआर, समन्वय और विधायकों की सक्रियता पर चर्चा
बैठक में एसआईआर से जुड़ी कार्यप्रणाली पर भी मंथन हुआ। एसआईआर में कम सक्रियता दिखाने वाले विधायकों को सचेत करने, सरकार, संगठन, संघ के पदाधिकारियों को और सक्रिय करने पर बात हुई। प्रभारी मंत्रियों को जिलों में विभागीय बैठकों के बाद संघ पदाधिकारियों से भी समन्वय बैठक करने जैसे बिंदुओं पर सहमति बनी। सूत्रों का कहना है कि बैठक में आगामी दिनों में सरकार और संगठन में संभावित फेरबदल पर भी प्रारंभिक रायशुमारी हुई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का चुनाव, मंत्रिमंडल में संभावित बदलाव, जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श कर शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट भेजे जाने की तैयारी है।
संघ कार्यालय से मिले फीडबैक की समीक्षा
सीएम आवास पर बैठक से पहले अरुण कुमार और बीएल संतोष ने भारती भवन (संघ कार्यालय) में कई नेताओं से मुलाकात कर प्रदेश की राजनीतिक और संगठनात्मक स्थिति पर फीडबैक लिया। पूर्वी व पश्चिमी यूपी के क्षेत्र प्रचारकों के साथ बंद कमरे की बैठक में शाखाओं के विस्तार, स्वयंसेवकों की सक्रियता और सामाजिक समरसता जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। संघ के मजदूर, शिक्षा, व्यापारिक और अन्य समूहों से मिले फीडबैक को भी सीएम के समक्ष रखा गया, ताकि सरकार जमीनी जरूरतों के अनुसार कार्य कर सके। बैठक में यह भी संकेत मिला कि जल्द ही निगमों, आयोगों और बोर्डों में भाजपा के पुराने व अनुभवी कार्यकर्ताओं को स्थान दिया जा सकता है।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal