सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छात्रवृत्ति योजना में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से वेरिफिकेशन की कार्रवाई को आगे बढ़ाना और डीबीटी के माध्यम से छात्रों के अकाउंट में पैसे भेजने की कार्रवाई की जा रही है। सीएम शुक्रवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित छात्रवृत्ति वितरण समारोह में संबोधित कर रहे थे। एआई गलत तरीके से की गई दोहरी एंट्री डिटेल के आधार पर पकड़ लेगा।
सीएम ने कहा कि समाज कल्याण विभाग द्वारा कक्षा 9 से 12 के अनुसूचित जाति-जनजाति और सामान्य जाति के चार लाख छात्रों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। इसमें पहले चरण में 1 लाख 12 हजार छात्र छात्रवृत्ति प्राप्त कर रहे हैं। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के ढाई लाख से अधिक छात्र-छात्राएं और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के 25000 छात्र-छात्राएं सुविधा का लाभ ले रहे हैं। सीएम ने कहा कि वर्ष 2017-18 से 2024-25 तक अनुसूचित जाति-जनजाति के 1 करोड़ 23 लाख छात्रों को 9150 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई। इस अवधि में सामान्य वर्ग के 58 लाख 90 हजार छात्र-छात्राओं के खाते में 5945 करोड़ रुपये छात्रवृत्ति भेजी गई।
सीएम की बच्चों से अपील- हमें बंटना नहीं है
सीएम योगी ने छात्रों से कहा कि याद रखिएगा विभाजनकारी ताकतों ने देश को गुलाम बनाया था। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत के लिए अभियान चलाया जा रहा है। कुछ लोग आत्मनिर्भर और विकसित भारत के लिए फिर से बाधक बन कर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं, हमें बंटना नहीं है। हमें एकजुट होकर के बेहतर शिक्षा के लिए हर छात्र को स्कूल तक पहुंचाना है।
वन नेशन-वन स्कॉलरशिप की व्यवस्था लागू
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वन नेशन-वन स्कॉलरशिप की व्यवस्था लागू की है। वर्ष 2017 से 2025 तक 2 करोड़ से अधिक छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति का लाभ प्राप्त कर चुके हैं। पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण की व्यवस्था के संचालन के लिए बजट 11 करोड़ से बढ़ाकर 35 करोड़ किया। सीएम ने सभी संस्थानों से आग्रह किया कि वह छात्रवृत्ति से वंचित छात्रों का डाटा अपलोड करें, ताकि दीपावली से उन्हें छात्रवृत्ति का लाभ दिया जा सके।