दिल्ली: आनंद विहार-अप्सरा बॉर्डर एलिवेटेड कॉरिडोर तैयार, पेड़ काटने की अनुमति की दरकार

मौजूदा समय में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने काॅरिडोर को सुबह शाम व्यस्त समय में यातायात के लिए खोला है। इससे लोगों को व्यस्त समय में राहत मिली है। लेकिन अभी पूरी तरह खुलने में समय लगेगा।

आनंद विहार-अप्सरा बॉर्डर के बीच तैयार एलिवेटेड काॅरिडोर पूरी तरह खुलने में अभी एक माह का और समय लगेगा। मौजूदा समय में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने काॅरिडोर को सुबह शाम व्यस्त समय में यातायात के लिए खोला है। इससे लोगों को व्यस्त समय में राहत मिली है। लेकिन अभी पूरी तरह खुलने में समय लगेगा। बताया जा रहा है कि काॅरिडोर के निमार्ण में पेड़ अड़चन बने हैं। करीब 113 पेड़ों काटने की जरूरत है। इसमें पांच ऐसे पेड़ है जो कॉरिडाेर के बीच में हैं। इन पेड़ों की वजह से अंतिम चरण का काम लंबित हैं।

पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, पहले योजना अगस्त के अंत तक कॉरिडोर को पूरी तरह खोलने की थी, लेकिन पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग से मंजूरी मिलने में देरी के कारण कुछ अंतिम कार्य लंबित हैं। कुल 113 पेड़ हैं जिन्हें काटने की जरूरत हैं। इनमें से पांच सड़क के बीच में हैं, जिनमें से तीन पेड़ सिग्नल-फ्री कॉरिडोर पर आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर की ओर जाते समय सीधे बीच में स्थित हैं। इसी तरह, अप्सरा बॉर्डर से आनंद विहार की ओर जाते समय, दो पेड़ हैं एक कॉरिडोर की शुरुआत में है, जबकि दूसरा बीच में है। अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग ने इस क्षेत्र को वन क्षेत्र घोषित किया हुआ है। ऐसे में इन पेड़ों को काटने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है।

अक्तूबर में पूरी तरह खोलने पर हो विचार
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में कॉरिडोर पर व्यस्त समय में यातायात खोला गया है। इसे ट्रायल के तौर पर देखा जा रहा है। अगर ट्रायल सफल रहा तो अक्तूबर में काॅरिडोर पर यातायात पूरी तरह खोलने पर विचार किया जा रहा है। वहीं, यदि पेड़ काटने की मंजूरी मिल जाती है तो कॉरिडोर पर यातायात चलने के दौरान भी अंतिम चरण के कार्य पूरे किए जा सकते हैं।

तीन रेड लाइट होगी खत्म
अधिकारियों के अनुसार 1.2 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर रामप्रस्थ नगर, सूर्य नगर और श्रेष्ठ विहार की रेड लाइट खत्म करेगा। इससे सीमापुरी और आनंद विहार के बीच सुगम यात्रा की सुविधा मिलेगी। आनंद विहार पूर्वी दिल्ली को गाजियाबाद और नोएडा से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण ट्रांजिट हब है। यह काॅरिडोर दिलशाद गार्डन, शाहदरा, प्रीत विहार, लक्ष्मी नगर और आसपास के इलाकों को कवर करेगा।

1.48 लाख वाहनों को होेगा फायदा…
एक सरकारी आंकड़े के अनुसार,वर्तमान में इस मार्ग पर एक लाख से अधिक वाहन चलते हैं। कॉरिडोर के पूरी तरह से खुल जाने के बाद इस पर प्रतिदिन लगभग 1.48 लाख वाहन चलेंगे। इससे यात्रियों को एक तरफ 11.07 मिनट, हर साल 16.57 लाख लीटर ईंधन और प्रतिदिन 42,700 घंटे के बराबर श्रमशक्ति की बचत होगी।

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