पृथ्वी शॉ ने 2018 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था और पहले ही मैच में शतक जमाया था। वह टीम इंडिया के भविष्य माने जा रहे थे लेकिन धीरे-धीरे खराब फॉर्म और चोटों के कारण वह टीम से बाहर कर दिए गए। उन्होंने अभी हार नहीं मानी है और लगातार वापसी की कोशिश में लगे हुए हैं और लगातार रन बना रहे हैं।
टीम इंडिया के लिए अपने पहले टेस्ट मैच में शतक ठोकने वाले युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ लंबे समय से बाहर चल रहे हैं। दाएं हाथ का ये युवा बल्लेबाज लगातार टीम इंडिया में वापसी की कोशिश कर रहा है, लेकिन फिर भी सफल नहीं हो पा रहा है। पृथ्वी फिर भी हार नहीं मान रहे हैं और लगातार रन बना रहे हैं। इंग्लैंड में उनके बल्ले ने फिर आग उगली है और 97 रनों की पारी खेली।
पृ्थ्वी इंग्लैंड में वनडे कप में नॉर्थैम्पटनशर के लिए खेल रहे हैं। कुछ दिन पहले ही पृथ्वी ने तूफानी अर्धशतक जमाया था और अब एक बार फिर धमाकेदार पारी खेली है, लेकिन वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए। उनकी टीम को डरहम के हाथों चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
शतक से चूक गए शॉ
नॉर्थैम्पटनशर ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी की। पूरी टीम 49.2 ओवरों में 260 रनों पर ऑल आउट हो गई। टीम के लिए सबसे ज्यादा 97 रन पृथ्वी शॉ ने ही बनाए। शॉ ने 71 गेंदों पर 16 चौके और एक छक्के की मदद से ये पारी खेली। वह 23वें ओवर की पहली गेंद पर आउट हुए और तीन रनों से शतक से चूक गए। इसके बाद तो नॉर्थैम्पटनशर की टीम पूरी तरह से बिखर गई।
टीम लगातार विकेट खोती रही। शॉ के बाद टीम के लिए सबसे ज्यादा 34 रन जॉर्ज बार्टलेट ने बनाए। शॉ ने इससे पहले मिडिलसेक्स के खिलाफ 76 रन बनाए। वह जिस फॉर्म में हैं उसे देखते हुए उन्होंने फिर टीम इंडिया का दरवाजा खटखटाया है। अब देखना होगा कि नए हेड कोच गौतम गंभीर उन्हें मौका देते हैं या नहीं।
डरहम के लिए पॉल कॉघिन, स्कॉट बोर्थविक और कोलिन एकरमन ने दो-दो विकेट लिए। बास डे लीड और जॉर्ज ड्रिसेल ने एक-एक सफलता हासिल की।
एकरमैन की पारी ने ढाया कहर
डरहम के लिए एकरमैन ने दमदार पारी खेली और शतक जमाया। उन्होंने 106 गेंदों पर 14 चौके और एक छक्के की मदद से 108 रन बनाए। कप्तान एलेक्स लीस ने 55 रनों की पारी खेली जिसमें चार चौके शामिल रहे। स्कॉट ने 42 रनों की पारी खेली।