गुजरात में रविवार को चांदीपुरा वायरस के 13 नए मामले सामने आए और पांच की मौत हो गई। हालांकि इनमे से किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि चांदीपुरा वायरस के लक्षण वाले मरीजों के सैंपल को जांच के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआइवी) भेजा गया है।
कैसे फैलता है यह वायरस?
गुजरात में अब तक चांदीपुरा वायरस के लक्षण वाले मामलों की संख्या 84 और इससे मरने वालों की संख्या 32 हो गई है। चांदीपुरा वायरस के लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। इससे मस्तिष्क में सूजन आ जाती है। यह वायरस मच्छरों, मक्खियों, कीट-पतंगों से फैलता है।
कैसे पड़ा चांदीपुरा नाम?
1966 में महाराष्ट्र के नागपुर जिले के चांदीपुर गांव में अचानक 15 साल तक के बच्चों की मौत होने लगी थी। इसके बाद इस वायरस का नाम चांदीपुरा रख दिया गया था।
मप्र में स्वास्थ्य विभाग सतर्क
उधर, गुजरात में चांदीपुरा वायरस के बढ़ते मामलों को देख मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। इससे जुड़ी जानकारी पोर्टल पर अपडेट की जा रही है। हालांकि एमपी में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। मगर गुजरात में मिले संक्रमित मामलों में एक मरीज मध्य प्रदेश का है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग चांदीपुरा वायरस की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। लगातार निगरानी की जा रही है।