मध्यप्रदेश में अभी तक प्रदेश स्तर की ही इंवेस्टर मीट हुआ करती थी, लेकिन अब संभागीय स्तर की रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव की शुरुआत की गई है। इस पहला आयोजन उज्जैन में हुआ और अब आज यानी 20 जुलाई को जबलपुर में होने जा रहा है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आज जबलपुर में दूसरा रीजनल इन्वेस्टर समिट होने जा रहा है। इस दौरान हजारों करोड़ रुपये के प्रस्ताव आने की उम्मीद है। इससे पहले उज्जैन में एक और दो मार्च को पहली रीजनल इन्वेस्टर समिट हुई थी, जिसमें करीब 90 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए थे। मुंबई में उद्योगपतियों से चर्चा के दौरान भी प्रदेश में 73 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे।
इंवेस्टर मीट का शुभारंभ
शनिवार सुबह 9 बजे से संस्कारधानी में हो रहे दूसरे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 80 करोड़ रूपये की लागत से नवनिर्मित “नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद यहां होने वाले क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन का भी शुभारंभ करेंगे। सम्मेलन में प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों और प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित 3500 से अधिक उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियाँ शामिल होंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 60 से अधिक इकाईयों का वर्चुअली उद्घाटन कर उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा भी करेंगे |
क्षेत्रीय सत्रों में होगी निवेश पर विस्तृत चर्चा
जबलपुर एवं आसपास के क्षेत्र की निवेश संभावनाओं पर केंद्रित 5 क्षेत्रीय सत्र होंगे। इनमें कृषि, खाद्य एवं डेयरी प्रसंस्करण, रक्षा, खनन एवं खनिज, कपड़ा एवं परिधान तथा पर्यटन शामिल है। उद्योग संघों, स्टार्ट-अप्स एवं रक्षा, कपड़ा एवं परिधान के विशेषज्ञों के साथ राउंड-टेबल चर्चा होगी। 80 करोड़ के नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र का उद्घाटन सीएम करेंगे।
ये करेंगे निवेश
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में शामिल होने वाली हस्तियों में बैद्यनाथ समूह, आईटीसी, वोल्वो आयशर, बेस्ट कॉर्प, एसआरएफ एवं दावत समूह जैसे प्रमुख औद्योगिक समूह भाग लेंगे। आरआईसी में ताईवान, मलेशिया, ब्रिटेन, फिजी, जापान और इंडोनेशिया का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख विदेशी प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे। रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में एमएसएमई मंत्री चैतन्य काश्यप और पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह के साथ छिंदवाड़ा और जबलपुर सहित अन्य क्षेत्रों के उद्योगपति भाग ले रहे हैं।
जारी रहेगा सिलसिला
बता दें कि उज्जैन के बाद जबलपुर में रीजनल इन्वेस्टर समिट हो रहा है। इसके बाद सितंबर में ग्वालियर, अक्टूबर में रीवा में भी इसी तरह के समिट प्रस्तावित है। सागर या दमोह में भी रीजनल समिट आयोजित होगा। 25 जुलाई को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कोयंबटूर में उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे। अगस्त में बेंगलुरू और सितंबर में दिल्ली में भी उनके अन्य उद्योगपतियों से मुलाकात के कार्यक्रम हैं। सितंबर में इंदौर में टेक्स्टाइल कॉन्क्लेव प्रस्तावित है।