उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने बुधवार को राजभवन में निर्वाचन विभाग की पुस्तक ‘उत्तराखंड लोकसभा चुनाव-2024′ का विमोचन किया। गुरमीत सिंह ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि यह डॉक्यूमेंटेशन का बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पहली बार इस तरह की पहल की गई है, पूरे निर्वाचन प्रक्रिया में अपनाई जाने वाली क्रियाकलापों को अंकित और डॉक्यूमेंट किया गया है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक को अन्य प्रदेशों में भी प्रेषित किया जाए। साथ ही निर्वाचन आयोग को भी इसकी प्रति प्रेषित की जाए।
राज्यपाल ने निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यहां की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद लोगों ने मतदान प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की उसमें राज्य निर्वाचन विभाग की बड़ी भूमिका रही। इस अवसर पर, मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने जानकारी दी कि चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, ‘कोई भी मतदाता न छूटे’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए मतदाता जागरूकता अभियान में उत्तराखंड के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं विभागों ने अपना पूर्ण सहयोग दिया। अपने-अपने स्तर से सभी ने मतदाता जागरूकता अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 65 लाख से अधिक मतदाताओं ने शपथ ली। साथ ही अधिक से अधिक मतदान के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। जिसमें 32 लाख मतदाताओं से व्हाट्सएप के माध्यम से पंहुच बनाई गई। दिव्यांग एवं वृद्व मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई। पुस्तक में इन सभी प्रयासों को सम्मिलित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में क्यूआर कोड के माध्यम से संबंधित गतिविधि की वीडियो देखने का अभिनव प्रयोग भी किया गया है। उल्लेखनीय है कि पुस्तक में निर्वाचन विभाग द्वारा लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने हेतु किए गए अभिनव प्रयास एवं जानकारियों को सम्मिलित किया गया है। इसके साथ-साथ जिलों के निर्वाचन अधिकारियों द्वारा किए गए विशेष प्रयासों की झलकियां भी इस पुस्तक में शामिल हैं।