अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर में पहले आग ने कहर बरपाया, अब बारिश ने डराने का काम किया है। सोमेश्वर क्षेत्र में बुधवार की देरशाम बादल फटने से आफत आ गई। भारी बारिश से कई मकानों में मलबा घुस गया। अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों को जोड़ने वाला अल्मोड़ा-कौसानी हाईवे बंद हो गया। बारिश का पानी मलबे के साथ घरों के आगे नाले के रूप में बहने लगा। इस कारण लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े। बारिश के पानी के साथ मलबा और बोल्डर घरों तक पहुंचे, इससे मकानों में दरारें पड़ गईं। प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया।
बुधवार देर शाम सोमेश्वर क्षेत्र के चनौदा और अघूरिया में अचानक बादल फटा और भारी बारिश हुई। चनौदा में गांव के पीछे की ओर से बारिश का पानी अपने साथ मलबा और बोल्डर बहा लाया। देखते ही देखते मलबा और बोल्डर घरों के आगे पहुंच गए तो लोग बाहर की तरफ दौड़ पड़े। कुछ ही देर में मलबे से कुंवर भाकुनी, सुनील भाकुनी, संजय भाकुनी, बालम भाकुनी, ललित भाकुनी के मकान पट गए। घरों में रखा सामान भी मलबे में दब गया। एक घंटे बाद बारिश थमने के बाद ग्रामीणों ने घरों में पहुंचने की हिम्मत जुटाई। दहशत के कारण ग्रामीण पूरी रात नहीं सो सके।
हाईवे पर फंस गए वाहन
अल्मोड़ा-कौसानी हाईवे बंद होने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। कई वाहन फंसे रहे। हालांकि प्रशासन ने सड़क खोलने के लिए जेसीबी मौके पर भेजी, लेकिन देर रात तक भी आवाजाही शुरू नहीं हो सकी थी।
साईं और कोसी नदी उफान पर
बारिश न होने से क्षेत्र में बहने वाली साईं और कोसी नदी सूखने के कगार पर पहुंच चुकी थीं। बुधवार को हुई भारी बारिश के बाद दोनों नदियां अचानक उफान पर आ गईं। पहली ही बारिश में दोनों नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया।
भारी बारिश से सोमेश्वर के चनौदा और अघूरिया में कुछ घरों में मलबा घुस गया। अल्मोड़ा-कौसानी हाईवे भी मलबा आने से बंद हो गया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। अन्य नुकसान का आकलन होगा। सुरक्षा के सभी इंतजाम होंगे।
-खुशबू पांडे, तहसीलदार, सोमेश्वर।