केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान छोटा उदैपुर के बाडेली में सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी रायबरेली सीट पर भारी अंतर से हारेंगे। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी पर झूठ फैलाने का आरोप लगााया। जानिए और क्या बोले शाह?
लोकसभा चुनाव तेजी पकड़ रहा है। तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह ने गुजरात के आदिवासी बहुल इलाके छोटा उदैपुर जिले के बाडेली शहर में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के रायबरेली और वायनाड दोनों सीटों पर लड़ने को लेकर कटाक्ष किया। शाह ने दावा किया कि ‘राहुल गांधी रायबरेली सीट से भारी अंतर से हारेंगे।’
बाडेली में सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कर्नाटक और आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों में मुस्लिमों को आरक्षण देने के मामले में तीखा तंज कसा। उन्होंने इंडी गठबंधन पर आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित कोटे का कुछ हिस्सा मुस्लिमों को देने का आरोप लगाया। शाह ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि ‘राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस चुनाव लड़ रही है।
‘राहुल बाबा, दिक्कत आप में है, सीट में नहीं’
उन्होंने कहा कि ‘राहुल गांधी जब अमेठी से चुनाव हार गए तो वायनाड चले गए। अब उन्हें लग रहा है कि वे वायनाड सीट हार जाएंगे, तो वे अमेठी की बजाय रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं। शाह ने जनसभा में कहा कि ‘2019 के चुनाव में राहुल गांधी ने अमेठी और वायनाड दोनों सीटों से चुनाव लड़ा था। जहां उन्होंने वायनाड सीट जीत ली थी, वहीं अमेठी में वे स्मृति ईरानी से हार गए।’ शाह ने बार बार सीट बदलने को लेकर कहा कि ‘राहुल बाबा, मेरी सलाह मानिए। समस्या आपके साथ है, सीट को लेकर नहीं।’
शाह ने इंडी गठबंधन पर यह ‘झूठ’ फैलाने का लगाया आरोप
शाह ने कहा कि ‘राहुल बाबा एंड कंपनी’ यह झूठ फैला रहे हैं कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक और कार्यकाल जीतेंगे तो आरक्षण खत्म कर देंगे। शाह ने कहा कि ‘राहुल बाबा पीएम मोदी 2014 और 2019 दोनों बार बहुमत से जीते। उनके पास पूर्ण बहुमत था, फिर भी उन्होंने एससीए एसटी और ओबीसी वर्ग के आरक्षण को कभी नहीं छुआ। यह मोदी की गारंटी है कि जब तक भाजपा सत्ता में है, कोई आपका आरक्षण को छू भी नहीं सकता।’
गुजरात में सभी सीटों पर 7 मई को मतदान
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि यह इंडिया गुट ही था जिसने कुछ राज्यों में दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के लिए निर्धारित कोटे का हिस्सा मुसलमानों को दे दिया। बता दें कि तीसरे चरण का चुनाव 7 मई को होगा। इस दौरान गुजरात में सभी 25 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे।