घाटी के मार्ग पर चार जगह पर बड़े-बड़े हिमखंड पसरे हैं जिनकी लंबाई 50 से 100 मीटर तक है।
फूलों की घाटी में इस समय तीन फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। चार जगह हिमखंड पसरे हुए हैं। घाटी का निरीक्षण करने गई वन विभाग की टीम सीमा क्षेत्र से लौट आई है। मौसम खराब होने के कारण घाटी का ड्रोन से फोटो भी नहीं लिया जा सका है।
फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए एक जून से खोली जाती है। शीतकाल में घाटी में आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित रहता है लेकिन नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन की टीम समय-समय पर घाटी का निरीक्षण करने के लिए जाती रहती है।
इसी के तहत फूलों की घाटी रेंज की टीम यहां निरीक्षण करने गई थी। वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल ने बताया कि घाटी के मार्ग पर चार जगह पर बड़े-बड़े हिमखंड पसरे हैं जिनकी लंबाई 50 से 100 मीटर तक है। टीम काफी मुश्किल से घाटी की सीमा बामण धौड़ तक पहुंच पाई।
घाटी में तीन फीट से अधिक बर्फ जमी है जिससे आगे जाना संभव नहीं था। मौसम खराब होने के कारण टीम ड्रोन से भी फूलों की घाटी की तस्वीर नहीं ले पाई। मौसम साफ होने पर टीम को फिर भेजा जाएगा। ड्रोन की तस्वीर से घाटी की स्थिति साफ हो पाएगी।