आतंकी लखबीर सिंह लंडा पंजाब में आरपीजी हमले का मास्टरमाइंड है। उसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत भगोड़ा घोषित कर चुकी है। वहीं हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा तरनतारन का रहने वाला है और अभी पाकिस्तान में छिपा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी रिंदा और लंडा पर 10-10 लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर चुकी है।
पंजाब एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने कनाडा स्थित आतंकी लखबीर लंडा और पाकिस्तान स्थित आतंकी हरविंदर रिंदा के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान जोबनजीत सिंह उर्फ जोबन, बिक्रमजीत सिंह उर्फ बिक्का और कुलविंदर सिंह उर्फ काला के तौर पर हुई है।
आरोपियों से 2 पिस्तौल और 10 कारतूस मिले हैं। पकड़ा गया आरोपी जोबन यूएपीए, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट और आईटी एक्ट अपराधों में वांछित था और लंबे समय से फरार था। आरोपी जोबन और बिक्का 307 आईपीसी के एक से अधिक मामलों में भी वांछित हैं।
लखबीर सिंह लंडा
आतंकी लखबीर सिंह लंडा पंजाब में आरपीजी हमले का मास्टरमाइंड है। इससे पहले एनआईए 15 लाख रुपये का इनाम लंडा के खिलाफ घोषित कर चुकी है। पंजाब के तरनतारन जिले के हरिके गांव का रहने वाला लखबीर फिलहाल कनाडा के एडमॉन्टन, अलबर्टा में छिपा है। लंडा 2017 में हत्या, हत्या के प्रयास और एनडीपीएस में नामजद होने के बाद कनाडा भाग गया था। 2021 में अमृतसर के पट्टी में दो अकाली कार्यकर्ताओं की हत्या में उसका नाम आया था। पंजाब के मोहाली और तरनतारन में आरपीजी अटैक का लखबीर मास्टरमाइंड है।
हरविंदर रिंदा
हरविंदर रिंदा ने 18 साल की उम्र में पारिवारिक विवाद में तरनतारन में अपने एक रिश्तेदार की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने नांदेड़ में जबरन वसूली शुरू कर दी और दो लोगों की हत्या कर दी। यहां उस पर 2016 में दो मामले दर्ज थे और दोनों में उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। रिंदा का संपर्क पंजाब के नामी गैंगस्टरों से है। इनमें से एक जयपाल भुल्लर था। उसे पश्चिम बंगाल में पंजाब पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था।
2017 में पंजाब पुलिस के हाथ इनपुट लगा था कि रिंदा बेंगलुरु में है। वह अपनी पत्नी के साथ एक होटल में ठहरा है। पंजाब पुलिस ने बेंगलुरु के होटल में छापा मारा लेकिन रिंदा होटल की खिड़की से भाग गया था। रिंदा मौजूदा समय में पाकिस्तान में छिपा है।