अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही देशभर में माहौल राममय बना हुआ है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर प्रतिक्रिया दी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह ने लगभग 500 साल पहले मुगल शासक बाबर के काल के दौरान दिए गए गहरे घाव को मिटा दिया है। उन्होंने गुजरात के अहमदाबाद में नव-पुनर्निर्मित रामजी मंदिर में पुन: प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान यह बात कही।
‘प्राण प्रतिष्ठा ने 500 वर्षों के गहरे घाव को मिटाया’
अमित शाह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करके उल्लेखनीय कार्य किया। दुनियाभर में भगवान राम के भक्त पिछले 500 वर्षों से इस पल का इंतजार कर रहे थे। वे पूछ रहे थे कि भगवान राम को तंबू से एक भव्य मंदिर में कब स्थानांतरित किया जाएगा। इस प्राण प्रतिष्ठा ने अब उस गहरे घाव को मिटा दिया है जो बाबर के युग के दौरान हमारे दिलों में लगा था।’
‘संस्कृति और धर्म का सम्मान करने से डरती थीं पूर्व सरकारें’
उन्होंने दावा किया कि 2014 से पहले की सरकारें देश की संस्कृति, धर्म और भाषाओं का सम्मान करने से डरती थीं। उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर को नष्ट कर दिया था। यह मोदी ही थे, जिन्होंने इतने वर्षों के बाद इसका पुनर्निर्माण कराया और वहां एक कॉरिडोर बनाया। बाबर ने अयोध्या में राम मंदिर को नष्ट कर दिया था। अब वहां एक राम मंदिर बनाया गया है और प्रधानमंत्री मोदी ने जय श्रीराम के उद्घोष के बीच प्राण प्रतिष्ठा की है।