स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बांड व्यवस्था के तहत पहाड़ों में तैनात डॉक्टरों के लंबे समय से गैरहाजिर होने पर कड़ा संज्ञान लिया है। उन्होंने अस्पतालों से नदारद 50 से अधिक डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश दिए हैं।
राजकीय मेडिकल कॉलेज से बांड व्यवस्था के तहत पासआउट एमबीबीएस डॉक्टरों को तीन व पांच साल के लिए पर्वतीय क्षेत्रों के अस्पताल में तैनात किया जाता है। वर्तमान में 450 बांड डॉक्टर तैनात हैं, लेकिन कई बांड डॉक्टर लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। जिससे मरीजों को इलाज कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इससे पहले भी नदारद बांड डॉक्टरों के खिलाफ प्रदेश सरकार ने कार्रवाई थी। स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से नोटिस जारी करने के बाद डॉक्टरों ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त की गई।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि अस्पतालों से नदारद बांड डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो डॉक्टर लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं, उनकी सेवाएं समाप्त करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। इन डॉक्टरों के स्थान पर नये डॉक्टर को नियुक्ति दी जाएगी।